बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा के मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव और अन्य छह कार्यकर्ताओं पर दंगा फैलाने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी (FIR) दर्ज की गई है। यह FIR खुद BJP विधायक सुरेश्वर सिंह ने दर्ज कराई है, जिन्होंने घटना के बाद अपने बयान में बताया कि वे भीड़ को शांत करने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन इस बीच पथराव शुरू हो गया।
प्राथमिकी में जिन अन्य BJP कार्यकर्ताओं के नाम दर्ज किए गए हैं, उनमें अनुज रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेंद्र चौधरी, मनीष शुक्ल, पुंडरीक पांडेय, और सुधांशु राणा शामिल हैं। इन सभी पर हिंसा भड़काने और माहौल खराब करने का आरोप है।
बहराइच हिंसा में BJP युवा मोर्चा के नगर अध्यक्ष अर्पित श्रीवास्तव, अनुज रैकवार, शुभम मिश्रा, कुशमेंद्र चौधरी, मनीष शुक्ल, पुंडरीक पांडेय, सुधांशु राणा पर दंगा फैलाने की FIR हुई है।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) October 21, 2024
ये FIR BJP विधायक सुरेश्वर सिंह ने कराई है। विधायक ने कहा- मैं भीड़ को समझाने जा रहा था, तभी पथराव… pic.twitter.com/w3pyKjBZEt
विधायक सुरेश्वर सिंह का बयान
विधायक सुरेश्वर सिंह ने घटना को लेकर कहा, "मैं भीड़ को समझाने और माहौल को शांत करने के लिए वहां पहुंचा था, लेकिन अचानक स्थिति बेकाबू हो गई और पत्थरबाजी शुरू हो गई। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना थी और इसमें शामिल सभी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"
क्या है मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, बहराइच में हिंसा उस समय भड़की जब एक स्थानीय मुद्दे को लेकर दो समूहों के बीच तनाव बढ़ गया था। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बुलाया गया था, लेकिन इसके बावजूद हिंसा बढ़ गई और कई स्थानों पर पथराव हुआ। इस घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है, और पुलिस ने एहतियातन अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिया है।
प्रशासन ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की बात कही है। जिन BJP कार्यकर्ताओं के खिलाफ FIR दर्ज की गई है, उनसे पूछताछ की जा रही है और पुलिस मामले की जांच कर रही है। हिंसा की इस घटना ने बहराइच में राजनीतिक और सामाजिक माहौल को प्रभावित किया है, और आगे की जांच में और भी खुलासे होने की संभावना है।
बहराइच में हुई इस हिंसा ने राजनीतिक सरगर्मियों को बढ़ा दिया है। घटना के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग हो रही है। पुलिस प्रशासन ने जल्द ही स्थिति को नियंत्रण में लाने और दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने की बात कही है।