बहराइच (उत्तर प्रदेश): बहराइच के महाराजगंज इलाके में हुई हिंसा के बाद पीडब्ल्यूडी (पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट) ने एक अहम नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि सड़क मार्ग के मध्य से 60 फीट की दूरी पर बनाए गए सभी निर्माण अवैध माने जाएंगे। यह कदम हाल में हुई हिंसा के संदर्भ में लिया गया है, जहां सड़क के बीच के हिस्से में अतिक्रमण और अवैध निर्माण की सूचना आई थी।
आज तक की टीम ने महाराजगंज की उस सड़क की पड़ताल की, जिसे पीडब्ल्यूडी ने अपनी नोटिस में संदर्भित किया है। टीम ने सड़क के मध्य से 60 फीट की दूरी मापने के लिए फीते का इस्तेमाल किया और बताया कि इस दूरी के भीतर आने वाले अधिकांश मकान और दुकानें अवैध निर्माण की श्रेणी में आते हैं।
टीम द्वारा किए गए माप में यह सामने आया कि सड़क के बीच से 60 फीट की दूरी में लगभग **20 से 25** मकान और दुकानें आ रही हैं, जो इस समय सड़क के उपयोग में बाधा डाल रहे हैं। इन अवैध निर्माणों में घर, दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान शामिल हैं। सड़क के मध्य में अतिक्रमण होने के कारण सड़क की चौड़ाई कम हो गई है, जिससे यातायात की समस्या बढ़ गई है और सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी खतरा पैदा हो गया है।
महाराजगंज इलाके में हाल ही में हुई हिंसा में सड़क के आसपास के अवैध निर्माणों का बड़ा हाथ था। हिंसा के बाद प्रशासन और पुलिस विभाग ने मिलकर सड़क के सुधार और पुनः निर्माण का निर्णय लिया है। पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों का कहना है कि सड़क के मध्य से 60 फीट की दूरी पर किसी भी प्रकार का निर्माण अवैध है और इसे तुरंत हटाया जाएगा।
बहराइच के महाराजगंज इलाके में हुई हिंसा के बाद पीडब्ल्यूडी के द्वारा दिए गए नोटिस में लिखा गया कि सड़क मार्ग के मध्य से 60 फीट की दूरी पर बनाया गया निर्माण अवैध है।
— AajTak (@aajtak) October 19, 2024
आज तक की टीम ने महाराजगंज की उस सड़क के बीच से 60 फीट कितना होता है इस पर पड़ताल की और दिखाया कि सड़क के बीच से जब… pic.twitter.com/lSqKy7wbwm
पीडब्ल्यूडी ने नोटिस में यह भी स्पष्ट किया कि सभी अवैध निर्माणों को हटाने के लिए अधिकारियों द्वारा एक सख्त अभियान चलाया जाएगा। यदि किसी ने तय समय में निर्माण को नहीं हटाया, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों से बातचीत में यह भी सामने आया कि लंबे समय से सड़क के किनारे के निर्माण को लेकर प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए थे, जिसके कारण यातायात की समस्या और हिंसा जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ा।
इस बीच, स्थानीय व्यापारी और निवासियों ने पीडब्ल्यूडी के आदेश पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। कई दुकानदारों ने इसे अपनी आजीविका के लिए खतरा बताया है, जबकि कुछ का मानना है कि सड़क के सही उपयोग के लिए यह कदम जरूरी था। उन्होंने प्रशासन से उचित मुआवजा देने की मांग भी की है।
महाराजगंज की सड़क पर हुए इस अवैध निर्माण को लेकर अब प्रशासन और पीडब्ल्यूडी के द्वारा सख्ती दिखाई जा रही है। इससे यह सवाल भी उठता है कि क्या भविष्य में अन्य क्षेत्रों में भी ऐसे कदम उठाए जाएंगे, ताकि सड़क और सार्वजनिक सुविधाओं का सही उपयोग किया जा सके।