एक प्रमुख राजनीतिक बयान में, पवन ने अपने X हैंडल पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करते हुए लिखा कि "बसपा आजाद भारत की एकमात्र लोकतांत्रिक पार्टी है जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे में विश्वास करती है।" उन्होंने बसपा को देश के करोड़ों दलितों, आदिवासियों, शोषितों, पीड़ितों, वंचितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और महिलाओं की एकमात्र हितैषी राष्ट्रीय पार्टी बताया।
पवन ने कहा कि बसपा गौतम बुद्ध, संत कबीरदास, संत रैदास, बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और मान्यवर कांशीराम जैसे महापुरुषों की शिक्षाओं और सिद्धांतों पर चलती है। बसपा का कार्य संविधान के अनुसार होता है, और उत्तर प्रदेश में अपनी चारों सरकारों में पार्टी ने संविधान के शासन को बखूबी दिखाया है।
पवन ने उत्तर प्रदेश में बसपा की वर्तमान स्थिति को लेकर कहा कि पार्टी की केवल एक विधानसभा सीट होने के बावजूद, इसे समाप्त नहीं माना जा सकता। उन्होंने इस संदर्भ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस का उदाहरण दिया, जो अपने बुरे दौर से गुजर चुकी हैं लेकिन खत्म नहीं हुईं। उन्होंने कहा, "राजनीति में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं।"
बसपा आजाद भारत की एकमात्र लोकतांत्रिक पार्टी है जो स्वतन्त्रता,समानता एवं भाईचारे में विश्वास करती है। बसपा देश के करोड़ों दलितों,आदिवासियों, शोषितों, पीड़ितों, वंचितों ,पिछड़ों,अल्पसंख्यकों एवं महिलाओं की एकमात्र हितैषी राष्ट्रीय पार्टी है।
— पवन (@Voiceofpavan) October 16, 2024
बसपा गौतम बुद्ध,सन्त कबीरदास ,सन्त… pic.twitter.com/bXq7s1QKKe
पवन ने अन्य राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों पर सवाल उठाते हुए कहा कि तमाम पार्टियां जैसे भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और तृणमूल कांग्रेस चुनाव के समय लुभावने घोषणापत्र जारी करती हैं, लेकिन ये वादे कभी भी जमीनी हकीकत तक नहीं पहुंचते। उन्होंने बसपा के बारे में कहा कि पार्टी ने आज तक कभी भी अलग से कोई घोषणापत्र जारी नहीं किया और न ही घोषणापत्र में विश्वास रखती है। बाबा साहेब द्वारा लिखित भारतीय संविधान ही बसपा का घोषणापत्र है।
उन्होंने 2019 के लोकसभा चुनाव में बसपा के 10 सांसदों के चुनाव जीतने की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि बसपा ने हमेशा देशहित में कदम उठाए हैं। चाहे धारा 370 का मसला हो या महिला आरक्षण बिल, बसपा ने सबसे पहले समर्थन दिया। पवन ने कहा कि बसपा संविधान में अटूट विश्वास रखती है और हमेशा नागरिकों के लिए राजनीति से ऊपर उठकर काम किया है।
उन्होंने राज्यसभा में बसपा के एकमात्र सांसद इंजीनियर रामजी गौतम का उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने संसद में दलित, आदिवासी, शोषित, पीड़ित, पिछड़े और महिला वर्ग के लिए आवाज उठाई है। उनकी इस सक्रियता के कारण कई बिलों में संशोधन कर इन वर्गों की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है।
पवन के इस बयान ने राजनीतिक जगत में हलचल मचा दी है, और बसपा समर्थकों में एक नई ऊर्जा का संचार किया है।