जौनपुर: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के स्थानीय नेता और जौनपुर के सभासद तहसीन शाहिद के बेटे अब्बास हैदर की शादी पाकिस्तान की लाहौर निवासी सैय्यदा अंदलीब जहरा के साथ वीडियो कॉल के जरिए हुई है। इस अनूठी शादी की प्रक्रिया ने सोशल मीडिया और स्थानीय समुदाय में खासा ध्यान आकर्षित किया है।
शादी की योजना लगभग एक साल पहले बन गई थी, जब सभासद ने अपने बड़े बेटे मोहम्मद अब्बास हैदर का विवाह लाहौर में रहने वाली अपने रिश्तेदार सैय्यद अली जैदी की बेटी अंदलीब जहरा से तय किया था। इसके बाद दोनों परिवारों ने शादी की सभी औपचारिकताएं पूरी करने के लिए वीजा आवेदन भी किया था।
हालांकि, वीजा प्रक्रिया में देर होने की वजह से इस शादी को लेकर परेशानियां आ गईं। लेकिन तबीयत खराब होने के कारण लड़की की मां राना यास्मीन जैदी अस्पताल में भर्ती हो गईं। इस गंभीर स्थिति को देखते हुए दोनों परिवारों ने मिलकर वीडियो कॉल के जरिए इस निकाह को संपन्न कराने का फैसला लिया।
ऑनलाइन निकाह की प्रक्रिया:
शनिवार को शाम के समय वीडियो कॉल के माध्यम से इस निकाह की रस्म अदा की गई। इस दौरान जौनपुर में अब्बास हैदर और उनकी परिवारवाले एक तरफ थे, तो वहीं पाकिस्तान के लाहौर में अंदलीब जहरा और उनके परिवारवाले वीडियो कॉल के माध्यम से मौजूद थे। दोनों परिवारों ने इस विधि के जरिए रस्मी निकाह को अदा किया और इसे एक नई परंपरा के रूप में देखा गया।
BJP नेता के बेटे की शादी पाकिस्तानी लड़की से ऑनलाइन हुई
— Kavish Aziz (@azizkavish) October 19, 2024
जौनपुर में Bjp सभासद तहसीन शाहिद के बेटे अब्बास हैदर का निकाह पाकिस्तान के लाहौर की सैय्यदा अंदलीब जहरा के साथ वीडियो काल के माध्यम से हुआ।
सभासद ने एक साल पहले अपने बड़े बेटे मोहम्मद अब्बास हैदर की शादी पाकिस्तान के लाहौर… pic.twitter.com/UJlmosn7A6
अब्बास और अंदलीब की इस शादी के बाद दोनों परिवारों ने सोशल मीडिया पर अपने खुशी के पल साझा किए। सभासद तहसीन शाहिद ने इस मौके पर कहा, "यह शादी हमारे परिवारों के बीच प्यार और एकता का प्रतीक है। हमारी कोशिश थी कि दोनों परिवारों के बीच की दूरी को पार किया जाए, और वीडियो कॉल के माध्यम से ही सही, हमने अपनी जिम्मेदारी पूरी की।"
वीजा मिलने में देरी के कारण इस शादी में कुछ समस्याएं आईं, लेकिन परिवारों ने धैर्य बनाए रखा और ऑनलाइन शादी के जरिए इसे पूरा किया। तहसीन शाहिद ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि आने वाले समय में वीजा प्रक्रिया में सुधार होगा, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।"
इस अनूठी शादी ने यह साबित कर दिया कि तकनीक और परिवार की इच्छा के जरिए किसी भी दूरी को पार किया जा सकता है। यह घटना जौनपुर और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को और मजबूत बनाने का भी संकेत देती है।