अयोध्या, जिसे धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र माना जाता है, वहां महिलाओं के साथ हो रहे शोषण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे हैं। ताजा मामला अयोध्या के कैंट थाना क्षेत्र के गुप्तारघाट इलाके का है, जहां दो साधु वेशधारी व्यक्तियों पर एक युवती के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा सकता है कि कैसे एक अकेला युवक अपनी बहन समान एक लड़की की इज्जत बचाने के लिए दो हट्टे-कट्टे साधु के भेष में छिपे राक्षसों का सामना कर रहा है।
घटना का विवरण:
यह घटना तब घटित हुई जब एक भाई और उसकी बहन समान एक लड़की गुप्तारघाट के समीप घूम रहे थे। अचानक, साधु के भेष में मौजूद दो व्यक्तियों ने उस लड़की के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास किया। जब युवती ने इसका विरोध किया, तो उसका भाई तुरंत बीच में कूद पड़ा और उन दोनों से भिड़ गया। वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि युवक, जो अपनी बहन की इज्जत बचाने के लिए इन साधुओं के खिलाफ खड़ा हो गया, पर भारी पड़ गए साधु रूपी ये "सांड"। साधुओं ने भी युवक पर हमला किया, लेकिन युवक ने हिम्मत नहीं हारी और उन पर जूते, चप्पल और घूंसे बरसाने लगा।
साधुओं की पहचान और उनकी बुलेट:
इस घटना में एक और चौंकाने वाली बात सामने आई। साधुओं की बुलेट मोटरसाइकिल पर नंबर प्लेट की जगह ‘श्री राम’ लिखा हुआ था, जो लोगों को भ्रमित कर सकता है कि ये साधु वास्तव में धार्मिक हैं या नहीं। लेकिन, इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि ये साधु किसी भी प्रकार से भगवान श्री राम के सच्चे भक्त नहीं हैं। युवक ने बार-बार वीडियो में कहा कि "ये बाबा बनकर लड़कियों से छेड़छाड़ करते हैं," जो यह दर्शाता है कि ये लोग केवल साधु के कपड़े पहनकर समाज में गलत कामों को अंजाम दे रहे थे।
कलयुगी बाबाओं का ने अयोध्या में लड़की को छेड़ा #अयोध्या
— Raj Kumar Kabir (@rajkumarkabir1) October 24, 2024
👉🏾 साधू के भेष में दो बुलेट राजा पर लड़की से छेड़छाड़ करने का आरोप है। एक अकेला भाई अपनी बहन समान लड़की के लिए दो हट्टे-कट्टे साधू रूपी सांडों को सबक सिखा रहा है, मार भी खा रहा है।
👉🏾 असाधुओं की बुलेट देखिते नम्बर प्लेट… pic.twitter.com/9yrd4kwuoo
युवक की बहादुरी और साधुओं की भागने की कोशिश:
युवक ने अपने हौसले और साहस से दो हट्टे-कट्टे साधुओं का मुकाबला किया। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि युवक न केवल अपने शब्दों से बल्कि अपने हाथों से भी इन साधुओं को सबक सिखाने में पीछे नहीं रहा। दोनों पक्षों के बीच जमकर जूते-चप्पल चले, और अंततः साधु रूपी ये राक्षस वहां से भागने पर मजबूर हो गए।
प्रशासनिक कार्रवाई की मांग:
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है। वे चाहते हैं कि ऐसे साधु के भेष में छिपे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो। घटना के वायरल वीडियो ने प्रशासन और पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं कि कैसे ऐसे अपराधी धार्मिक स्थलों पर छुपकर इस प्रकार के अपराध कर रहे हैं।
कैंट थाना पुलिस को इस मामले की गहन जांच करने की आवश्यकता है ताकि ऐसे साधु के वेश में छुपे अपराधियों को सख्त सजा दी जा सके। जनता यह उम्मीद कर रही है कि भविष्य में इस प्रकार की घटनाएं न हों और धार्मिक स्थलों की पवित्रता बनी रहे।
समाज में आस्था और सुरक्षा का सवाल:
इस घटना ने एक बार फिर से समाज में सुरक्षा और धार्मिक स्थलों पर आस्था की भावना को चुनौती दी है। जो साधु समाज के लिए मार्गदर्शक माने जाते हैं, उनके भेष में छिपे ये अपराधी समाज को दूषित कर रहे हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि जनता और प्रशासन मिलकर ऐसे लोगों की पहचान करें और उन्हें न्याय के कठघरे में खड़ा करें।