आदमपुर हल्के में मंगलवार को एक भाजपा समर्थक महिला को फर्जी वोट डालने की कोशिश के आरोप में महिलाओं ने सरेआम पकड़ लिया और घसीटते हुए मतदान केंद्र से बाहर कर दिया। यह घटना तब हुई जब महिला दूसरे व्यक्ति की बहू बनकर मतदान करने जा रही थी। आदमपुर की जागरूक महिलाओं ने इस साजिश को भांप लिया और समय रहते उसे धर दबोचा, जिससे उसकी चाल सफल नहीं हो पाई।
इस घटना के बाद हल्के में माहौल गरम हो गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि चुनाव में धांधली रोकने के लिए यह जरूरी कदम था। महिला ने भाजपा समर्थक होने की बात कबूल की, और उसे बहू बनकर फर्जी मतदान करने भेजा गया था। इस घटनाक्रम से वहां की जनता में रोष है और उन्होंने प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
56 इंची छवि पर उठ रहे सवाल
इस तरह की घटनाएं मौजूदा राजनीतिक नेतृत्व की नैतिकता और 10 साल के विकास मॉडल पर सवाल खड़े कर रही हैं। भाजपा के नेता अक्सर "56 इंच का सीना" और मजबूत नेतृत्व का दावा करते हैं, लेकिन ऐसी धांधलियों से उनकी छवि को धक्का लग रहा है। जनता के बीच चर्चा है कि विकास के नाम पर किए गए वादे अब सवालों के घेरे में हैं और इसे लेकर पसीने आ रहे हैं।
भव्य बिश्नोई की गैर-मौजूदगी पर चर्चा
भाजपा प्रत्याशी भव्य बिश्नोई, जिनसे जनता को इस चुनाव में उम्मीदें थीं, इस घटना के बाद से गायब दिख रहे हैं। सुबह से ही उनकी उपस्थिति को लेकर सवाल उठ रहे हैं, और मतदाताओं में नाराजगी बढ़ रही है। लोगों का कहना है कि भव्य बिश्नोई का चुनाव प्रचार में अचानक से दूर होना और इस तरह की घटनाएं भाजपा की स्थिति को कमजोर कर रही हैं।
आदमपुर की इस घटना ने पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बना दिया है, और अब सबकी निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई और आने वाले नतीजों पर टिकी हुई हैं।