विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश – मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान में कहा कि आंध्र प्रदेश राज्य विकास के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की योजना बना रहा है। उन्होंने इस पहल को "अवधारणा का प्रमाण" बताते हुए कहा कि यह न केवल लागत-प्रभावी और किफायती है, बल्कि भारत के लिए भी अत्यंत लाभदायक सिद्ध होगा।
नायडू ने बताया, "हम यहाँ अवधारणा का प्रमाण प्रस्तुत करेंगे। एक तो यह लागत-प्रभावी समाधान है और वह भी किफ़ायती। एक बार जब हम इसे बढ़ा देंगे तो लागत अपने आप कम हो जाएगी। अंत में, भारत को सबसे ज़्यादा फ़ायदा मिलने वाला है। लोग युद्ध के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। हम विकास के लिए ड्रोन का इस्तेमाल करने जा रहे हैं।"
#WATCH | Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu says "We will produce here proof of concept. One is a cost-effective solution and also affordable. Once if we scale it up then automatically cost will be reduced. Finally, India is going to have the best advantage. People are using… https://t.co/ubDleX7jXD pic.twitter.com/dHalhtvp5K
— ANI (@ANI) October 22, 2024
उन्होंने आगे कहा कि आंध्र प्रदेश एक केस स्टडी के रूप में उभरने जा रहा है, जहाँ विभिन्न उपयोग के मामलों को लागू किया जाएगा और अवधारणा का प्रमाण प्रस्तुत किया जाएगा। "भारत सरकार काम कर रही है, हम काम कर रहे हैं, यह लोगों के हित में है। खास तौर पर किसानों को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है," उन्होंने कहा।
विशाखापत्तनम में हाल ही में आयोजित एक एग्रीटेक मीटिंग का उल्लेख करते हुए नायडू ने कहा कि इस सम्मेलन में दुनिया के प्रसिद्ध उद्यमियों में से एक, बिल गेट्स भी शामिल हुए थे। इस बैठक में कृषि क्षेत्र में तकनीकी नवाचारों और विकास की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री का यह बयान राज्य में कृषि और तकनीकी विकास को एक नई दिशा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनका मानना है कि ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग न केवल कृषि में उत्पादन बढ़ाने में मदद करेगा, बल्कि ग्रामीण विकास में भी योगदान देगा।
आंध्र प्रदेश सरकार ने इस परियोजना को सफल बनाने के लिए विभिन्न stakeholders के साथ मिलकर काम करने का संकल्प लिया है, जिससे किसानों की समस्याओं को हल किया जा सके और उनकी आय में सुधार किया जा सके।