पटना: लोकसभा सांसद पप्पू यादव ने आज मीडिया से बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर की कोर टीम पर गंभीर आरोप लगाए। पप्पू यादव ने कहा कि जिन लोगों को लेकर प्रशांत किशोर अपनी टीम बना रहे हैं, वे पहले लुटेरे IAS और IPS अफसर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में बिहार में आई बाढ़ के दौरान, जब पूरे राज्य में तबाही मची हुई थी, ये लोग एक दिन भी ग्राउंड पर नहीं दिखे।
पप्पू यादव ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा, "यह लोग जितने भी आईएएस, आईपीएस अफसर रहे हैं, वे सभी लुटेरे हैं और अब प्रशांत किशोर की टीम में शामिल हैं। जब बाढ़ आई थी, तो ये लोग किसी भी इलाके में नहीं गए। एक भी दिन ये लोग जमीन पर नहीं दिखे।" उन्होंने आरोप लगाया कि यह लोग केवल चुनावी राजनीति में अपने स्वार्थ के लिए सक्रिय हैं, जबकि बाढ़ जैसे प्राकृतिक संकट के समय में इनकी कोई भूमिका नहीं है।
सांसद ने आगे कहा, "हमने सेना के आदमी को टिकट दिया है, लेकिन यह लोग ऐसे हैं जो एक दिन भी गरीब इलाकों में नहीं गए। ये लोग न तो मुसहरी गए, न पासवान टोली गए, न ही किसी गरीब के पास गए। यह केवल अपने फायदे के लिए राजनीति कर रहे हैं।" पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि प्रशांत किशोर और उनकी टीम के सदस्य सामाजिक जागरूकता और जनसरोकार से दूर हैं, और उनका एकमात्र उद्देश्य चुनाव जीतने के लिए पैसा और संसाधन जुटाना है।
"ये लोग पार्टी चला रहे हैं और गांधी जयंती पर शराब की दुकानें खोलने की बात कर रहे हैं। पहले तो जहरीली शराब पर रोक लगाओ, जो लोगों की जान ले रही है। अगर तुम्हारी औकात है तो बाढ़ पीड़ितों को सहायता दो।" पप्पू यादव ने अपनी बात को और भी तीखा करते हुए कहा कि इस समय बिहार में 100 लोग शराब के कारण मारे गए हैं, लेकिन इनकी कोई चिंता नहीं है। "जब करोड़ों रुपये खर्च करके यात्रा कर रहे हो, तो गरीबों की मदद क्यों नहीं कर सकते?"
सांसद ने अंत में कहा कि प्रशांत किशोर और उनकी टीम के पास जनता की भलाई के लिए कोई ठोस योजना नहीं है। यह लोग केवल अपने राजनीतिक फायदे के लिए लोगों को भ्रमित कर रहे हैं। "इनकी कोई औकात नहीं है, और बिहार के बारे में इनको कोई जानकारी नहीं है।"
पप्पू यादव के इन आरोपों के बाद, बिहार में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। प्रशांत किशोर की टीम की तरफ से इस बयान पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।