गाजा, 18 अक्टूबर 2024: हामास के प्रवक्ता अबू उबैदा ने हाल ही में मुस्लिम जगत को संबोधित करते हुए एक गंभीर संदेश जारी किया। उन्होंने कहा कि यह समय है जब पूरी मुस्लिम दुनिया को यह सच्चाई बताई जाए कि इजरायल ने गाजा में अधिकांश मस्जिदों को नष्ट कर दिया है। उन्होंने इसे धार्मिक युद्ध की संज्ञा दी और इसे मुस्लिम समुदाय के विरुद्ध एक खुला हमला बताया।
अबू उबैदा ने अपने संदेश में इजरायल के हाल के हमलों पर चर्चा की, जिनके परिणामस्वरूप गाजा में तबाही और मानवता के खिलाफ गहरे अपराध हुए हैं। उन्होंने कहा, "यह हमारा कर्तव्य है कि हम दो अरब से अधिक मुसलमानों को सचेत करें कि इजरायल की सेना ने हमारी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर पर हमला किया है। मस्जिदें, जो इस्लामी संस्कृति और आस्था का केंद्र हैं, इजरायली बमबारी की शिकार हो गई हैं।"
Abu Ubaida Message to the Muslim World:
— Globe Eye News (@GlobeEyeNews) January 14, 2024
It is our duty to inform two billion Muslims that Israel has destroyed most of the mosques in Gaza.
It's a clear religious war. pic.twitter.com/dxaE7TOoeb
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह संघर्ष केवल राजनीतिक या सैन्य नहीं है, बल्कि इसका धार्मिक पहलू भी है। "इजरायल गाजा के लोगों को न केवल भूमि से बल्कि उनके विश्वास से भी दूर करने का प्रयास कर रहा है," उबैदा ने कहा। उन्होंने यह भी दावा किया कि यह संघर्ष इस्लाम और उसके अनुयायियों के खिलाफ एक योजनाबद्ध हमला है।
इस संदेश के साथ, अबू उबैदा ने मुस्लिम जगत से एकजुट होने और इस धार्मिक युद्ध का सामना करने का आह्वान किया। उनका कहना था कि इस समय मुस्लिम देशों को मिलकर इस संकट का समाधान निकालना चाहिए और गाजा के लोगों के साथ खड़ा होना चाहिए।
गौरतलब है कि गाजा में इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में अब तक कई मस्जिदें, स्कूल, अस्पताल और घर नष्ट हो चुके हैं। अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों ने भी इजरायल की इन कार्रवाइयों की निंदा की है और इसे युद्ध अपराध करार दिया है।
मुस्लिम दुनिया में अबू उबैदा का यह संदेश गहरी प्रतिक्रियाएं पैदा कर सकता है, विशेषकर उन देशों में जो फिलिस्तीन के समर्थन में खड़े हैं। इस बयान के बाद क्षेत्रीय राजनीति में और अधिक तनाव और आंदोलन की संभावना है, जो मध्य पूर्व में पहले से ही उथल-पुथल की स्थिति को और बढ़ा सकता है।