पाकिस्तान के सिंध प्रांत के खैरपुर जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें 18 वर्षीय शाइस्ता बरोही नामक युवती ने अपने अम्मी-अब्बू सहित कुल 13 परिजनों की हत्या कर दी। इस हत्याकांड ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। युवती ने अपने चचेरे भाई अमीरबक्श बरोही के साथ मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया, जिसमें उसके परिवार के अन्य सदस्य भी मारे गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह घटना अगस्त माह की है। शाइस्ता बरोही अपने चचेरे भाई अमीरबक्श से निकाह करना चाहती थी, परंतु परिवार इसके लिए सहमत नहीं था। शाइस्ता का निकाह पहले से ही एक और रिश्तेदार के साथ तय कर दिया गया था और उसकी सगाई भी हो चुकी थी। परंतु, युवती इस विवाह से खुश नहीं थी। उसने कई बार अपने परिवार को इस रिश्ते के खिलाफ कहा था, लेकिन परिवार ने उसकी एक न सुनी। इसी बात से नाराज होकर शाइस्ता ने अपने परिवार के खिलाफ यह खतरनाक कदम उठाने का फैसला किया।
पुलिस की रिपोर्ट्स के अनुसार, युवती ने अपने परिवार के सभी सदस्यों को एक दावत के दौरान खाने में जहर मिला दिया। इस खाने में जहरीला पदार्थ मिलाया गया था जिसे शाइस्ता के चचेरे भाई अमीरबक्श ने लाकर दिया था। शाइस्ता ने यह जहर रोटियों के आटे में मिला दिया, जिससे पूरे परिवार की जान चली गई। इस जहरीले खाने से कुल 13 लोगों की मौत हुई, जिनमें शाइस्ता के अम्मी-अब्बू, 5 बहनें, 3 भाई और अन्य रिश्तेदार शामिल थे।
पुलिस ने बताया कि जहरीला खाना खाने से एक-एक करके लोग बीमार पड़ते गए और उनकी मौत होती चली गई। पहले तो इसे एक सामान्य बीमारी के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन जैसे ही अधिक लोगों की मौत हुई, पुलिस को शक हुआ और उन्होंने इस मामले की गहराई से जाँच शुरू की।
जब पुलिस ने दूसरे एंगल से इस मामले की जाँच शुरू की तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस को इस बात का संदेह तब हुआ जब शाइस्ता को छोड़कर बाकी सभी सदस्य मर गए थे, लेकिन वह बिल्कुल स्वस्थ थी। इसके बाद शाइस्ता की गतिविधियों पर नज़र रखी गई और पुलिस ने उसे और उसके चचेरे भाई अमीरबक्श को हिरासत में लिया।
पुलिस की पूछताछ में शाइस्ता ने यह कुबूल किया कि उसने ही इस हत्याकांड को अंजाम दिया था। उसने पुलिस को बताया कि अमीरबक्श ने उसे जहर उपलब्ध करवाया था, जिसे उसने आटे में मिलाकर खाने में डाल दिया। इस जहरीले खाने को खाने से सभी लोग धीरे-धीरे बीमार पड़े और अंततः उनकी मौत हो गई। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में भय और हैरानी का माहौल पैदा कर दिया है।
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस हत्याकांड ने पाकिस्तान के समाज में महिला अधिकारों, विवाह के लिए व्यक्तिगत पसंद और पारिवारिक दबाव को लेकर एक नई बहस को जन्म दिया है। लोग इस घटना को लेकर शोक और गुस्से की भावना व्यक्त कर रहे हैं, वहीं पुलिस ने इस मामले को जल्द से जल्द न्यायालय तक पहुँचाने का आश्वासन दिया है।
यह घटना यह भी उजागर करती है कि कैसे पारिवारिक झगड़ों और दबाव में आकर व्यक्ति इतना बड़ा और भयानक कदम उठा सकता है। पाकिस्तान की मीडिया और समाज में यह मुद्दा चर्चा का विषय बना हुआ है, और लोग इस पर गहरी चिंता व्यक्त कर रहे हैं।
इस भयावह घटना से एक बार फिर यह बात सामने आई है कि व्यक्तिगत स्वतंत्रता और परिवार के बीच संतुलन कितना महत्वपूर्ण होता है।