नई दिल्ली: दिल्ली के जामिया नगर में शुक्रवार को एक 17 वर्षीय छात्रा द्वारा आत्महत्या करने की चौंकाने वाली घटना सामने आई है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, 12वीं कक्षा की यह छात्रा एक रिहायशी इमारत से कूद गई। घटनास्थल पर मिले सुसाइड नोट में उसने अपने जीवन को समाप्त करने के फैसले का कारण अपनी व्यक्तिगत विफलता को बताया और पश्चाताप जताया। नोट में उसने लिखा, "मुझे माफ़ कर दो, मैं ऐसा नहीं कर पाई।"
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, छात्रा ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) में असफलता के कारण अत्यधिक मानसिक तनाव झेल रही थी। पड़ोसियों और स्थानीय निवासियों ने बताया कि छात्रा परीक्षा परिणाम आने के बाद से ही निराश थी और मानसिक रूप से संघर्ष कर रही थी। कुछ निवासियों ने उसके व्यवहार में पिछले कुछ दिनों में बदलाव देखा था, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि यह निराशा इतनी गहरी हो सकती है।
घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया है, जिसमें वह क्षण कैद हुआ है जब छात्रा इमारत से कूदती है और नीचे गिर जाती है। वीडियो में एक व्यक्ति पास में फोन पर बात करते हुए नजर आता है, लेकिन जब वह गिरती है, तो आसपास के लोग उसकी मदद के लिए दौड़ते हैं। इस वीडियो ने दर्शकों को झकझोर कर रख दिया है और इसने सोशल मीडिया पर व्यापक ध्यान आकर्षित किया है।
17 वर्षीय 12वीं क्लास की छात्रा ने बिल्डिंग से कूदकर आत्महत्या कर ली क्योंकि वो JEE परीक्षा पास नहीं कर पाई थी !!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) October 26, 2024
दिल्ली से एक बेहद हैरान करे वाला सीसीटीवी वीडियो भी सामने आया है, जामिया नगर इलाके की घटना !!#DelhiNews #ViralVideo #Video #CCTVliveviralVideo #Shocking pic.twitter.com/mqjgDbdyGE
घटना के बाद स्थानीय निवासियों में दुख और चिंता की लहर दौड़ गई। उन्होंने छात्रा के परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त की और कहा कि इतनी छोटी उम्र में ऐसा कठोर कदम उठाना अत्यधिक तनाव और दबाव को दर्शाता है। यह घटना समाज में शिक्षा और प्रतियोगी परीक्षाओं के दबाव के प्रभाव पर सवाल खड़ा करती है। स्थानीय निवासी नुसरत जहां ने कहा, "छात्रों पर पढ़ाई और करियर को लेकर जो दबाव डाला जाता है, वह बेहद कष्टकारी है। हमें इस विषय पर गंभीरता से सोचना चाहिए और उनके मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना चाहिए।"
पुलिस ने बताया कि घटनास्थल पर मौजूद भीड़ को नियंत्रित करने और प्रारंभिक जांच करने के लिए अधिकारी तुरंत पहुंचे। मामले की जांच जारी है, और छात्रा के परिवार से भी पूछताछ की जा रही है ताकि घटना के पीछे के अन्य कारणों का पता लगाया जा सके। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "यह बेहद दुखद घटना है। हम इस मामले में उचित कदम उठाएंगे ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।"
इस घटना ने समाज में छात्रों पर पढ़ाई का दबाव और मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को लेकर फिर से चर्चा छेड़ दी है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और उन्हें प्रतियोगी परीक्षाओं के अतिरिक्त दबाव से राहत देने के लिए कदम उठाने चाहिए।