12 सितंबर, 2024 – दिल्ली: कल दिल्ली के राजपथ पर आयोजित एक भव्य रैली में बहुजन समाज के लाखों समर्थक एकजुट हुए, जिसमें चंद्रशेखर आजाद की गुर्जर रेजीमेंट की मांग को लेकर गहरा समर्थन जताया गया। इस रैली का आयोजन आजाद समाज पार्टी ने किया, और इसमें गुर्जर समाज के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
रैली में मुख्य रूप से चंद्रशेखर आजाद के प्रति समर्थन और गुर्जर रेजीमेंट की मांग को लेकर जोश देखा गया। रैली में मौजूद नेताओं ने आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रविंद्र भाटी और मीरपुर के जिला अध्यक्ष मोनू चौधरी की तस्वीरें भी प्रदर्शित की, जिन्होंने देश की आजादी और संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
चंद्रशेखर आजाद, जो नगीना से सांसद हैं, ने संसद में गुर्जर रेजीमेंट की मांग उठाकर इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुखता दी है। रैली में भाग लेने वाले कई लोगों ने बताया कि आजाद के प्रयासों से गुर्जर समाज की आवाज को उचित मंच मिला है। उनके अनुसार, गुर्जर समाज की मांगें हमेशा दरकिनार की जाती रही हैं, लेकिन चंद्रशेखर आजाद ने इस मुद्दे को संसद में उठाकर उसकी गंभीरता को उजागर किया है।
रैली में शामिल एक नेता ने कहा, “जब से चंद्रशेखर आजाद ने गुर्जर रेजीमेंट की मांग की है, तब से इस समाज की आवाज को मान्यता मिली है। आज हमने अपने समर्थन का प्रदर्शन किया है और यह संदेश दिया है कि गुर्जर समाज अब अपनी हक की लड़ाई खुद लड़ेगा।
नेताओं ने इस बात पर भी जोर दिया कि गुर्जर समाज को राजनीतिक भागीदारी में और सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए। उनका कहना है कि राजनीति में भागीदारी के बिना समाज के अधिकार और हक को सुनिश्चित नहीं किया जा सकता।
इसके साथ ही, नेताओं ने वर्तमान सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि सत्ता में रहते हुए भी गुर्जर समाज की समस्याओं की अनदेखी की जा रही है। उनका दावा है कि वर्तमान सरकार ने कई बार गुर्जर समाज के हक की अनदेखी की है, और अब समय आ गया है कि इस समाज की आवाज को गंभीरता से सुना जाए।
रैली के समापन पर, चंद्रशेखर आजाद ने अपने भाषण में कहा कि वह गुर्जर समाज की मांगों को लेकर निरंतर संघर्ष करेंगे और समाज के हक के लिए पूरी ताकत लगाएंगे। उन्होंने कहा, “गुर्जर समाज की आवाज को दबाया नहीं जा सकता। हम अपने हक के लिए पूरी ताकत से लड़ेंगे और समाज के भविष्य को सुनिश्चित करेंगे।”
इस भव्य रैली ने स्पष्ट कर दिया है कि गुर्जर समाज अब अपने हक की लड़ाई में पूरी तरह से एकजुट है और चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में अपने अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष करेगा। गुर्जर समाज ने कहा अगर चंद्रशेखर आजाद जी एक आव्हान करें तो हम अपने खून का कतरा-कतरा देने के लिए तैयार हूं।