लखनऊ, 22 सितंबर 2024: उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों का अब वर्चुअल माध्यम से भी भ्रमण किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, राज्य के प्रमुख शहर लखनऊ और प्रयागराज के 1,500 से अधिक पर्यटन स्थलों का 360 डिग्री पैनोरमिक डाटा 3डी मेटावर्स प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध कराया जाएगा।
इस नए तकनीकी प्रयास से पर्यटक अब दुनिया भर से वर्चुअली इन स्थलों का भ्रमण कर सकेंगे। इसके साथ ही, ऑडियो गाइड की सुविधा भी दी जाएगी, जिसके माध्यम से वे प्रत्येक स्थल के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
अब उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों का भ्रमण वर्चुअल भी किया जा सकेगा।#UPCM श्री @myogiadityanath के निर्देशानुसार, 3डी मेटावर्स प्लेटफॉर्म पर लखनऊ और प्रयागराज के 1,500 स्थलों का 360 डिग्री पैनोरमिक डाटा जुटाया जाएगा।
— Government of UP (@UPGovt) September 22, 2024
इसकी मदद से लोग वर्चुअल रूप से इन स्थलों का न सिर्फ भ्रमण कर… pic.twitter.com/b9zhFnvgWC
पर्यटन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, इस पहल का उद्देश्य राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देना है, खासकर उन लोगों के लिए जो किसी कारणवश शारीरिक रूप से यात्रा नहीं कर पाते। वर्चुअल टूरिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके, लोग अपने घर बैठे लखनऊ और प्रयागराज के प्रमुख स्थलों जैसे हजरतगंज, रूमी दरवाजा, संगम तट और आनंद भवन का अवलोकन कर सकेंगे।
यह पहल न केवल राज्य के पर्यटन क्षेत्र को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी, बल्कि उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने का भी एक सशक्त माध्यम बनेगी।
आधुनिक तकनीक से जुड़ रहे हैं पर्यटन स्थल
वर्चुअल टूरिंग में उपयोग होने वाली 3डी मेटावर्स तकनीक के अंतर्गत स्थलों की सटीक पैनोरमिक इमेजरी तैयार की जाएगी, जिसे किसी भी डिजिटल डिवाइस के माध्यम से देखा जा सकेगा। इस सुविधा के साथ, उपयोगकर्ता पूरी तरह से उस स्थल के आभासी वातावरण में प्रवेश कर पाएंगे और उसे अनुभव कर सकेंगे, जैसे वे वास्तव में वहां हों।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटकों को आकर्षित करेगी, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को भी लाभ पहुंचेगा।
टेक्नोलॉजी का बढ़ता प्रभाव:
उत्तर प्रदेश सरकार की यह नई डिजिटल योजना दर्शाती है कि राज्य किस तरह आधुनिक तकनीक का उपयोग करके पर्यटन को एक नए आयाम पर ले जा रहा है।