राजस्थान के गंगापुर सिटी के टोडाभीम इलाके में महिला एसडीएम (SDM) सुनीता मीणा के साथ बदसलूकी और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक महिला अधिकारी के बालों को पकड़कर जमीन पर पटकते हुए देखा जा सकता है। बताया जा रहा है कि यह घटना उस समय की है जब एसडीएम सुनीता मीणा अतिक्रमण हटाने के लिए पुलिस बल और बुलडोजर के साथ वहां पहुंची थीं।
घटना उस समय हुई जब एसडीएम सुनीता मीणा अपने दल-बल के साथ अवैध निर्माण को हटाने के लिए टोडाभीम इलाके में पहुंची थीं। अतिक्रमण हटाने के दौरान वहां मौजूद स्थानीय लोगों में से कुछ ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया, जिससे विवाद बढ़ गया। इस बीच, स्थिति तब और बिगड़ गई जब एसडीएम ने एक बुजुर्ग व्यक्ति को धक्का दिया, जिससे वह नीचे गिर गया। बुजुर्ग के गिरने के बाद एक महिला अचानक एसडीएम पर हमलावर हो गई और उसने उनके बाल पकड़कर उन्हें जमीन पर पटक दिया।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि महिला एसडीएम के बालों को खींचकर उन्हें नीचे गिराया गया। घटना के दौरान पुलिसकर्मी मौके पर मौजूद थे, लेकिन उनमें से कोई भी महिला पुलिसकर्मी नहीं थी। इससे स्थिति और संवेदनशील हो गई। पुलिसकर्मी काफी सावधानी के साथ दोनों महिलाओं को अलग करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन घटना तेजी से घट रही थी, जिससे किसी तरह की त्वरित कार्रवाई करने में असमर्थता नजर आई।
इस पूरी घटना के दौरान स्थानीय लोग भारी संख्या में मौजूद थे। जहां कुछ लोग इस घटना का विरोध कर रहे थे, वहीं कुछ ने बीच-बचाव की कोशिश भी की। हालांकि, तनावपूर्ण माहौल के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर जाती दिखी। विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई अचानक और बिना किसी पूर्व सूचना के की जा रही थी, जिसके चलते वे इसका विरोध कर रहे थे।
घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने कहा है कि वे इस मामले की जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसडीएम सुनीता मीणा के साथ हुए दुर्व्यवहार और मारपीट की घटना को गंभीरता से लिया गया है। इस बीच, वायरल हो रहे वीडियो को लेकर भी सोशल मीडिया पर चर्चा जारी है और लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं।
इस प्रकार की घटनाएं कानून और व्यवस्था बनाए रखने वाले अधिकारियों के लिए एक गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती हैं। प्रशासन का कहना है कि कानून व्यवस्था के लिए ऐसी घटनाओं को सख्ती से रोका जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।