नई दिल्ली, 14 सितंबर 2024 – मोतियाबिंद एक गंभीर नेत्र रोग है, जो आंखों के लेंस को धुंधला कर देता है, जिससे दृष्टि धीरे-धीरे धुंधली हो जाती है। आमतौर पर इसका इलाज सर्जरी के जरिए किया जाता है, लेकिन बहुत से लोग नेचुरल तरीके अपनाकर इस समस्या से राहत पाने के उपाय तलाशते हैं। आयुर्वेद और घरेलू नुस्खे हमेशा से ही भारतीय परंपरा का हिस्सा रहे हैं, और अब कुछ घरेलू उपाय मोतियाबिंद के उपचार में भी सहायक साबित हो रहे हैं।
क्या है मोतियाबिंद?
मोतियाबिंद आंखों के लेंस में आने वाली धुंधलाहट या अपारदर्शिता की समस्या होती है, जिससे व्यक्ति को चीजें साफ दिखाई नहीं देतीं। यह आमतौर पर उम्र बढ़ने के साथ होता है, लेकिन कई बार आनुवांशिकता, चोट, या अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के कारण भी हो सकता है।
घरेलू नुस्खे जो ला सकते हैं राहत
विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ घरेलू उपचार मोतियाबिंद की समस्या में सुधार करने और इसे बढ़ने से रोकने में सहायक हो सकते हैं। हालांकि ये उपाय सर्जरी का विकल्प नहीं हैं, फिर भी ये मोतियाबिंद के लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
1. आंवले का रस और शहद
आंवला विटामिन सी का अच्छा स्रोत है, जो आंखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसका नियमित सेवन आंखों को पोषण प्रदान करता है और मोतियाबिंद की समस्या को कम कर सकता है।
विधि: 1 चम्मच आंवले के रस में 1 चम्मच शहद मिलाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट पिएं।
2. बादाम और सौंफ का मिश्रण
बादाम और सौंफ आंखों की मांसपेशियों को मज़बूत करते हैं और मोतियाबिंद की समस्या में मददगार साबित हो सकते हैं।
विधि: 7 बादाम और 1 चम्मच सौंफ को पीसकर रात को दूध के साथ सेवन करें।
3. एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो आंखों की सुरक्षा के लिए फायदेमंद माने जाते हैं।
विधि: एलोवेरा के ताजे पत्तों से जेल निकालें और इसे नियमित रूप से आंखों के आसपास लगाएं। यह आंखों को ठंडक देता है और तनाव को कम करता है।
4. गाजर और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन
गाजर में मौजूद बीटा-कैरोटीन और हरी पत्तेदार सब्जियों में मौजूद ल्यूटिन और ज़ीएक्सैंथिन आंखों के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी होते हैं।
विधि: अपने आहार में रोजाना गाजर और पालक जैसी सब्जियों को शामिल करें।
विशेषज्ञों की सलाह
हालांकि ये नुस्खे राहत प्रदान कर सकते हैं, लेकिन यदि मोतियाबिंद की स्थिति गंभीर है, तो चिकित्सकीय परामर्श लेना अत्यंत आवश्यक है। सर्जरी अभी भी मोतियाबिंद का स्थायी उपचार मानी जाती है। किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें, खासकर अगर आप अन्य नेत्र रोगों से ग्रसित हैं या दवाइयों का सेवन कर रहे हैं।
मोतियाबिंद एक ऐसी समस्या है जिसे शुरुआती चरण में ही पहचाना और नियंत्रित किया जा सकता है। घरेलू नुस्खे अपनी जगह पर प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में ही इसे अपनाना सही रहता है। आंखों की नियमित जांच और संतुलित आहार से इस समस्या से बचा जा सकता है।
(Disclaimer: यह लेख केवल जानकारी के लिए है। किसी भी उपचार या नुस्खे को अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।)