नई दिल्ली: हमारे भोजन में मौजूद विभिन्न खाद्य पदार्थों का हमारे शरीर पर गहरा असर होता है, और वैज्ञानिक अध्ययनों से यह साबित हो चुका है कि मछली हमारे स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी हो सकती है। मछली के कुछ हिस्सों में पाए जाने वाले पोषक तत्व हमारे दिमाग को तेज करने और हृदय रोगों को रोकने में मददगार साबित होते हैं।
ओमेगा-3 फैटी एसिड का महत्व
विशेषज्ञों का मानना है कि मछली के तेल में प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले ओमेगा-3 फैटी एसिड हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक होते हैं। यह फैटी एसिड मछली की स्किन, मांसपेशियों और खासकर उसके सिर के हिस्से में बहुतायत में मिलता है। ओमेगा-3 न सिर्फ मस्तिष्क की कार्यक्षमता बढ़ाता है, बल्कि यह तंत्रिका तंतुओं की वृद्धि और विकास में भी अहम भूमिका निभाता है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मछली के सिर में मौजूद डीएचए (डोकोसाहेक्सेनॉइक एसिड) नामक तत्व दिमाग की कोशिकाओं के बीच बेहतर संचार में मदद करता है। यह स्मृति और ध्यान में सुधार करता है और उम्र से संबंधित मानसिक बीमारियों जैसे अल्जाइमर के खतरे को कम करता है।
हृदय रोग से सुरक्षा
सिर्फ दिमाग ही नहीं, मछली का यह भाग हृदय रोगों के खतरे को भी कम करने में सहायक है। शोध में पाया गया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय की धमनियों में ब्लॉकेज बनने से रोकता है, जिससे दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी नियंत्रित रखता है, जिससे ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है।
विशेषज्ञों की सलाह है कि सप्ताह में कम से कम दो बार मछली का सेवन करने से हृदय और मस्तिष्क को लाभ होता है। जिन लोगों में हृदय रोगों का खतरा अधिक होता है, उन्हें खासतौर पर मछली के तेल या सप्लीमेंट्स का सेवन करने की सलाह दी जाती है।
मछली का सेवन कैसे करें?
मछली के विभिन्न प्रकार जैसे सामन (सैल्मन), मैकेरल, ट्यूना और सार्डिन में ओमेगा-3 फैटी एसिड की भरपूर मात्रा पाई जाती है। तली हुई मछली की तुलना में भाप में पकाई गई या ग्रील्ड मछली अधिक स्वास्थ्यवर्धक होती है।
इस शोध से यह स्पष्ट होता है कि मछली के कुछ हिस्सों में निहित ओमेगा-3 फैटी एसिड और अन्य पोषक तत्व दिमागी स्वास्थ्य और हृदय के लिए वरदान हैं। नियमित रूप से मछली का सेवन हमें न सिर्फ स्मार्ट बनाता है, बल्कि हृदय रोगों के खतरे को भी काफी हद तक कम कर सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ लोगों को अपने आहार में मछली शामिल करने की सलाह दे रहे हैं, ताकि वे दीर्घकालिक स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकें।