अयोध्या, 6 सितंबर: अयोध्या में एक और जघन्य अपराध का मामला सामने आया है, जिसमें दलित समुदाय की एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में मोहम्मद साहबान नामक युवक को गिरफ्तार किया गया है। इस अपराध में साहबान का सहयोगी मोनू खान भी शामिल था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है, और मामले की जांच जारी है।
पीड़िता ने पुलिस को दिए बयान में आरोप लगाया कि साहबान और उसके साथी मोनू खान ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी, अगर उसने इस वारदात की जानकारी किसी को दी। यह घटना दलित समुदाय में आक्रोश का कारण बनी है, और शहर में तनाव का माहौल है।
समाज सुधारक सूरज कुमार बौद्ध ने इस घटना पर सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर लिखा, "अयोध्या में आतंक चरम पर है। दलित समाज के लोगों पर लगातार अत्याचार हो रहे हैं।" बौद्ध के इस बयान ने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा छेड़ दी है, और प्रशासन पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
खूंखार दरिंदा मोहम्मद साहबान गिरफ्तार⚠️❌
— Suraj Kumar Bauddh (@SurajKrBauddh) September 6, 2024
अयोध्या में मोहम्मद साहबान नामक दरिंदे ने दलित समुदाय की एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया और मुंह खोलने पर उसे जान से मारने की धमकी दी। इस वारदात में उसका दोस्त मोनू खान भी शामिल था।pic.twitter.com/UgacO80eyJ
यह पहली बार नहीं है जब अयोध्या में इस तरह की घटनाएं सामने आई हैं। पिछले महीने ही समाजवादी पार्टी के नेता मोइन खान और राजू खान पर भी एक नाबालिग बच्ची के साथ गैंगरेप का आरोप लगा था। इसके अलावा, एक हफ्ते पहले मोहम्मद सलमान ने दलित समाज की 4 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म किया था।
स्थानीय लोग इस तरह की घटनाओं से बेहद चिंतित हैं, और उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि वह पूरी तरह से कानून व्यवस्था बनाए रखने और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।
अयोध्या में बढ़ते हुए इन अपराधों ने एक बार फिर समाज में जाति आधारित भेदभाव और दलित समुदाय के खिलाफ हो रहे अत्याचारों को उजागर किया है।