दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में यूपीएससी की तैयारी कर रहे 21 वर्षीय छात्र दीपक कुमार मीणा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में मिला है। दीपक का शव शुक्रवार को उस इंस्टिट्यूट की लाइब्रेरी से कुछ दूरी पर झाड़ियों में पाया गया, जहां से वह मेंस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे। दीपक पिछले दस दिनों से लापता थे और उनकी तलाश में परिवार और पुलिस संभावित ठिकानों की छानबीन कर रहे थे। पुलिस ने शव मिलने के बाद तुरंत फरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।
एक भावी IAS का कत्ल..
— Vipin Dubey(Radhe ) (@Vipin78000) September 23, 2024
यह दीपक कुमार मीणा की तस्वीर है जो मुखर्जी नगर में रह कर तैयारी करते थे लेकिन वो अचानक से गायब हो जातें हैं और 10 दिन बाद यह दृश्य देखने को मिलता है और इस परिस्थिति में जहां साफ-साफ पता चल रहा है इनकी हत्या करके टांग दिया गया है!#JusticeForDeepakMeena… pic.twitter.com/2zQ3ahYruN
दीपक के परिजनों ने 14 सितंबर को मुखर्जी नगर थाने में दीपक की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस आत्महत्या और अन्य संभावित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है, हालांकि अभी तक कोई स्यूसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है।
दीपक राजस्थान के दौसा जिले के बालिन गांव के निवासी थे और किसान परिवार से ताल्लुक रखते थे। पिता चंदूलाल मीणा ने बताया कि दीपक ने यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा पास कर ली थी और इसके बाद मेंस की तैयारी के लिए दिल्ली के मुखर्जी नगर में रह रहे थे। दीपक ने जयपुर से ऑनलाइन कोर्स करके प्रीलिम्स क्लियर किया था, जिसके बाद उसी इंस्टिट्यूट ने उसे दिल्ली बुलाया।
दीपक के परिवार में माता-पिता के अलावा दो बड़े भाई और दो बहनें हैं। पिता ने बताया कि दीपक हमेशा पढ़ाई में व्यस्त रहता था और रोज रात को करीब 8 बजे घर पर फोन करता था। 10 सितंबर को आखिरी बार परिवार से बात करने के बाद से दीपक का फोन स्विच ऑफ हो गया था, जिससे परिवार चिंतित हो गया था।
परिजनों ने इंस्टिट्यूट पर भी सवाल उठाए हैं कि यदि कोई छात्र क्लास में नहीं आ रहा था, तो उनकी तरफ से परिवार को सूचित किया जाना चाहिए था। चंदूलाल ने बताया कि दीपक के प्रीलिम्स पास करने के बाद पूरे गांव में खुशी की लहर थी। अब परिवार दीपक की मौत से सदमे में है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और सभी संभावित पहलुओं पर गौर कर रही है।