बारिश के मौसम के बाद बीमारियों का फैलना सामान्य है, और इस समय डेंगू का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। डेंगू एक गंभीर वायरल बीमारी है, जिसे एडिस मच्छर के काटने से फैलने वाला वायरस फैलाता है। इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं, अगर समय पर ध्यान न दिया जाए। इसलिए डेंगू के लक्षणों को पहचानना और उचित कदम उठाना अत्यंत आवश्यक है।
डेंगू के प्रमुख लक्षण:
डेंगू के दौरान रोगी को निम्नलिखित लक्षण महसूस हो सकते हैं:
1. आंखों के आगे अंधेरा: बाथरूम जाते समय या अचानक खड़े होते समय आंखों के सामने अंधेरा छा सकता है।
2. उल्टी आना: बार-बार उल्टी होना डेंगू का सामान्य लक्षण है।
3. पेट दर्द: पेट में लगातार दर्द महसूस होना।
4. अत्यधिक कमजोरी: रोगी को थकान और कमजोरी अत्यधिक मात्रा में हो सकती है।
5. खड़े होने या चलने में कठिनाई: शारीरिक कमजोरी के कारण खड़े होने या चलने में मुश्किल हो सकती है।
6. यूरिन कम होना: शरीर में पानी की कमी के कारण यूरिन का कम आना।
इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें, और तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। डेंगू का उपचार सही समय पर न होने से प्लेटलेट्स की संख्या में कमी हो सकती है, जिससे जान का खतरा भी हो सकता है।
प्लेटलेट्स का महत्व:
प्लेटलेट्स रक्त का एक महत्वपूर्ण घटक है, जो शरीर में खून का थक्का जमाने और चोट लगने पर रक्तस्त्राव रोकने में मदद करता है। प्लेटलेट्स की कमी होने पर शरीर में खून बहने की समस्या हो सकती है, जो खतरनाक स्थिति पैदा कर सकती है।
प्लेटलेट्स की सामान्य मात्रा:
स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 1.5 से 4 लाख प्लेटलेट्स प्रति माइक्रोलीटर रक्त में होती हैं। अगर इनकी संख्या 50 हजार से कम हो जाए तो इसे खतरनाक माना जाता है, और अगर 10-20 हजार तक आ जाए तो यह आपातकालीन स्थिति बन जाती है।
प्लेटलेट्स की कमी किन रोगों में होती है?
डेंगू, मलेरिया, स्क्रब टायफस, टायफॉइड जैसी बीमारियों में और दर्दनिवारक दवाओं के नियमित सेवन से प्लेटलेट्स की संख्या घट सकती है।
प्लेटलेट्स कम होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?
इस स्थिति में मरीज को अस्पताल में भर्ती कर उचित उपचार दिया जाता है। जरूरत पड़ने पर मरीज के ब्लड ग्रुप से मेल खाने वाले रक्त से प्लेटलेट्स लेकर उसे चढ़ाया जाता है।
प्लेटलेट्स की कमी के कारण:
प्लेटलेट्स की कमी को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है। यह समस्या कई कारणों से हो सकती है, जैसे आनुवांशिक रोग, कैंसर, कीमोथेरेपी या वायरल बुखार जैसे डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया आदि।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के उपाय:
डेंगू के दौरान प्लेटलेट्स की कमी को बढ़ाने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थ मदद कर सकते हैं:
1. चुकंदर: चुकंदर का सेवन प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद है। इसे सब्जी या जूस के रूप में लें।
2. आंवला: आंवला विटामिन C से भरपूर होता है, जो प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने में मदद करता है। नियमित रूप से आंवला खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।
3. कीवी: कीवी भी प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है।
4. नारियल पानी: इसमें इलेक्ट्रोलाइट्स और मिनरल्स होते हैं, जो शरीर की ऊर्जा बनाए रखते हैं।
5. बकरी का दूध: यह भी प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करने में सहायक होता है।
पपीते के पत्तों का जूस:
डेंगू में पपीते के पत्तों का जूस बहुत लाभकारी माना जाता है। यह प्लेटलेट्स की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ लिवर को डैमेज होने से भी बचाता है।
पपीते के पत्तों के अन्य फायदे:
- भूख बढ़ाने में सहायक।
- शरीर की इम्यूनिटी को बढ़ाता है, जिससे सर्दी-जुकाम से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।
डेंगू एक गंभीर बीमारी है, लेकिन सही समय पर उपचार और ध्यान देकर इससे बचा जा सकता है। चिकित्सक की सलाह लें, और प्लेटलेट्स बढ़ाने वाले प्राकृतिक उपायों को अपनाकर खुद को स्वस्थ रखें।