25 सितंबर 2024 को मध्य प्रदेश हाई कोर्ट को उसके 28वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति सुरेश कुमार केत मिले, जिन्होंने इस ऐतिहासिक पद की शपथ ली। यह हमारे समाज के लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि पहली बार राज्य के हाई कोर्ट में एक दलित जज को चीफ जस्टिस के पद पर नियुक्त किया गया है।
इस मौके पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, "यह हमारे समाज के लिए गर्व का क्षण है। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील नितिन मेश्राम ने भी न्यायमूर्ति सुरेश कुमार केत की तारीफ करते हुए उन्हें एक काबिल और निष्पक्ष जज बताया है।"
मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में पहली बार दलित जज बनें चीफ जस्टिस
— Kamo Meghwal अंबेडकरवादी (@KamoMeghwal666) September 30, 2024
मध्यप्रदेश हाई कोर्ट के 28 वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में सुरेश कुमार केत ने 25 सितंबर को शपथ ली।
ये हमारे समाज के लिए बड़ी उपलब्धि है और सुप्रीम कोर्ट के वकील नितिन जी @nitinmeshram_ ने बताया है कि वे एक अच्छे जज है।… pic.twitter.com/8INyQLvqNH
मेघवाल ने अपने पोस्ट में आगे कहा, "यह उपलब्धि हमारे निरंतर संघर्ष और कॉलेजियम प्रणाली में सुधार की मांगों का नतीजा है। हम सबने मिलकर बार-बार कॉलेजियम पर दबाव डाला है, जिसकी वजह से आज समाज के दलित वर्ग से एक जज को मुख्य न्यायाधीश बनने का अवसर मिला है।"
सभी को इस उपलब्धि पर बधाई देते हुए मेघवाल ने लिखा, "आप सभी बधाई के पात्र हैं। कृपया न्यायमूर्ति सुरेश कुमार केत को बधाई दें और इस ख़ुशी को फैलाने के लिए पोस्ट को रीपोस्ट करें।"
यह नियुक्ति भारतीय न्यायपालिका में समावेशिता और समानता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।