योग गुरु बाबा रामदेव ने हाल ही में बवासीर, फिस्टुला, और अन्य रोगों से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे साझा किए हैं। बाबा रामदेव के अनुसार, प्राकृतिक चिकित्सा और आयुर्वेदिक औषधियों के जरिए कई गंभीर बीमारियों का इलाज संभव है, जिसमें बवासीर जैसी समस्याएं भी शामिल हैं।
घरेलू उपाय और आयुर्वेदिक नुस्खे
बाबा रामदेव ने बताया कि बवासीर के इलाज के लिए कई प्राकृतिक उपाय हैं। एक प्रमुख उपाय ठंडे दूध में नींबू मिलाकर सेवन करना है। उनके अनुसार, यह उपाय तीन से सात दिन तक खाली पेट किया जाए, तो 99% तक बवासीर से छुटकारा पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि नींबू को ठंडे दूध में डालने से दूध फटता नहीं है और इससे औषधीय गुण विकसित होते हैं, जो रोग को ठीक करने में मददगार होते हैं।
इसके अलावा, उन्होंने बताया कि नीम की निमोली, बकायन, छोटी हरड़, और रसौत को मिलाकर बनाया गया पाउडर भी बवासीर को ठीक करने में सक्षम है। इसे एक चम्मच की मात्रा में नियमित रूप से सेवन करने से गंभीर बवासीर के मामलों में भी आराम मिलता है।
एलोवेरा और लोकी के फायदों का ज़िक् र
बाबा रामदेव ने एलोवेरा जूस और लोकी के जूस के सेवन की भी सिफारिश की। उनका दावा है कि लोकी का जूस प्रोस्टेट कैंसर, हृदय रोग, मोटापा, और उच्च रक्तचाप जैसी गंभीर बीमारियों में राहत देने में सहायक है।
प्राणायाम और योग की भूमिका
योग और प्राणायाम के महत्व पर जोर देते हुए, बाबा रामदेव ने कहा कि नियमित रूप से कपालभाति प्राणायाम करने से फिस्टुला जैसी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है। उन्होंने बताया कि जिन लोगों ने बार-बार ऑपरेशन करवाया, वे भी योग और आयुर्वेद के माध्यम से पूरी तरह से ठीक हुए हैं।
नागदोन के पत्ते और अन्य विशेष उपचार
उन्होंने नागदोन के पत्तों के सेवन की भी सलाह दी, जो बवासीर के इलाज में उपयोगी हो सकते हैं। बाबा रामदेव ने कहा कि रोज़ तीन नागदोन के पत्ते खाने से बवासीर जैसी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
धातु रोग और प्रजनन समस्याओं का इलाज
प्रजनन तंत्र और इनफर्टिलिटी से जुड़े रोगों के बारे में, बाबा रामदेव ने विशेष एक्यूप्रेशर पॉइंट्स का ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि हाथ और पैरों के कुछ पॉइंट्स को दबाने से इनफर्टिलिटी और मूत्र संबंधित समस्याओं में भी लाभ होता है।
बाबा रामदेव के ये नुस्खे आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के माध्यम से स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करते हैं। उनके अनुसार, सही खान-पान, औषधियों और योग के नियमित अभ्यास से गंभीर से गंभीर बीमारियों को भी ठीक किया जा सकता है।
बाबा रामदेव के ये सुझाव प्राकृतिक चिकित्सा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण योगदान साबित हो सकते हैं, हालांकि गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं में चिकित्सक से परामर्श लेना जरूरी है।