महासमुंद, छत्तीसगढ़ – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 16 सितंबर को शुभारंभ किए जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में पथराव की घटना सामने आई है। इस घटना में ट्रेन के तीन कोचों के शीशे तोड़े गए हैं, जिससे रेलवे प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया है।
घटना के बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम जीतू पांडे, शिवकुमार बघेल, देवेंद्र कुमार, अर्जुन यादव, और सोनवानी हैं। पुलिस ने जांच के दौरान पाया कि आरोपियों में से शिवकुमार बघेल का भाई क्षेत्रीय पार्षद है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
सूत्रों के अनुसार, ट्रेन की टेस्टिंग के दौरान यह पथराव की घटना हुई। पथराव के कारण ट्रेन के तीन कोचों के शीशे टूट गए, हालांकि इस घटना में कोई बड़ी हानि या घायल होने की खबर नहीं है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि घटना के बाद ट्रेन की सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त कर दिया गया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।
छत्तीसगढ़ के महासमुंद में वंदेभारत ट्रेन पर पथराव। 3 कोच के शीशे तोड़े गए। 5 आरोपी जीतू पांडे, शिवकुमार बघेल, देवेंद्र कुमार, अर्जुन यादव और सोनवानी गिरफ्तार हुए। शिवकुमार बघेल का भाई पार्षद है।
— Anuj Tyagi (@AnujTyagi8171) September 14, 2024
16 सितंबर को इस ट्रेन का शुभारंभ PM नरेंद्र मोदी को करना है। pic.twitter.com/avnIOyvf9U
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 16 सितंबर को वंदे भारत एक्सप्रेस का शुभारंभ किया जाना है। इसे लेकर तैयारियां जोरों पर हैं और इस घटना के बाद सुरक्षा के इंतजाम और कड़े कर दिए गए हैं। रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने मिलकर ट्रैक और ट्रेन की सुरक्षा की समीक्षा की है, और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है और पुलिस द्वारा मामले की गहन जांच की जा रही है। शिवकुमार बघेल के भाई के पार्षद होने की वजह से इस मामले को राजनीतिक दृष्टिकोण से भी देखा जा रहा है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस घटना के पीछे कोई और बड़ी साजिश तो नहीं है।
वंदे भारत एक्सप्रेस भारत में निर्मित एक अर्ध-तेज गति वाली ट्रेन है, जो भारतीय रेलवे की अत्याधुनिक तकनीक का प्रतीक है। यह ट्रेन छत्तीसगढ़ के विकास के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, क्योंकि यह राज्य को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने में मदद करेगी।
रेलवे प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि वे रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा और सम्मान बनाए रखें, ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों और देश की प्रगति की दिशा में बाधाएं न आएं।