नई दिल्ली, 18 सितंबर 2024: सीमांचल एक्सप्रेस के एसी 2-टियर कोच में सोमवार रात एक महिला वकील द्वारा बिना टिकट यात्रा करने पर जमकर हंगामा किया गया। ट्रेन टीटीई (ट्रेन टिकट एग्जामिनर) ने जब महिला से टिकट माँगा, तो महिला ने न केवल टिकट दिखाने से इनकार किया बल्कि टीटीई से तीखी बहस भी शुरू कर दी, जिसके चलते ट्रेन के यात्रियों में भी खासी नाराजगी दिखी।
सूत्रों के अनुसार, यह घटना तब हुई जब टीटीई ने एसी 2-टियर में सफर कर रही महिला से टिकट की माँग की। महिला ने टिकट दिखाने से मना कर दिया और अपनी वकालत की पेशेवर हैसियत का हवाला देते हुए टीटीई पर अनुचित भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाया। इसके बाद महिला और टीटीई के बीच बहस बढ़ गई। महिला ने टीटीई को बुरा-भला कहा और ट्रेन में सफर कर रहे अन्य यात्रियों के सामने हंगामा करना शुरू कर दिया।
टीटीई ने धैर्यपूर्वक महिला से उनका टिकट दिखाने का आग्रह किया, लेकिन महिला ने उसे बार-बार टालते हुए कहा कि वह बिना टिकट यात्रा नहीं कर रही है और उसके पास डिजिटल टिकट है। हालांकि, सीट नंबर बताने की माँग पर महिला ने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया। इस पर टीटीई ने यात्रियों के सामने सार्वजनिक रूप से महिला की गलत हरकत को उजागर करने का प्रयास किया, लेकिन महिला ने उल्टा टीटीई पर ही दुर्व्यवहार के आरोप लगाए।
इस घटनाक्रम से ट्रेन के अन्य यात्रियों को काफी असुविधा हुई, और माहौल तनावपूर्ण हो गया। कई यात्री रात के समय ट्रेन में इस हंगामे से परेशान नजर आए। टीटीई ने स्थिति को शांत करने की कोशिश की, लेकिन महिला ने बहस को और भी उग्र बना दिया, यह दावा करते हुए कि टीटीई ने अपनी ड्यूटी का दुरुपयोग किया है और वह इस मामले को कोर्ट तक ले जाएगी।
महिला हो तो मतलब नियम कानून गए भाड़ में..!!
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) September 17, 2024
महिला वकील और TTE बीच बहस का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल !!
"आरोप"
महिला वकील : नहीं पहले तुम लैट्रिन साफ करो..!!
सीमांचल एक्सप्रेस फर्स्ट हाफ : एसी 2-टियर#ViralVideo #Trending #trendingvideo @RPF_INDIA #PublicNews pic.twitter.com/q2mSTSlT9v
घटना की सूचना रेलवे अधिकारियों को दी गई है, और जांच के आदेश दिए गए हैं। यात्रियों ने इस पूरे घटनाक्रम की कड़ी आलोचना की है और रेलवे से उचित कदम उठाने की माँग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।
रेलवे अधिकारियों ने बयान जारी कर बताया कि टीटीई ने नियमों के अनुसार कार्य किया था और महिला को टिकट प्रस्तुत करने का कई बार मौका दिया गया, लेकिन उसने लगातार इनकार किया। अधिकारी ने यह भी कहा कि किसी भी प्रकार के कानून का दुरुपयोग बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
यह घटना एक बार फिर से यह प्रश्न उठाती है कि क्या कानूनी पेशे में जुड़े लोगों को इस तरह के सार्वजनिक स्थानों पर अनुशासनहीन व्यवहार का अधिकार है।