जोधपुर: एसडीएम प्रियंका बिश्नोई का कुछ दिनों पहले अचानक पेट में दर्द होने के बाद उन्हें जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों द्वारा हाईडोज इंजेक्शन दिया गया, जिसके बाद वह कोमा में चली गईं। कोमा की गंभीर स्थिति के चलते उन्हें अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान आज उनकी मृत्यु हो गई।
प्रियंका बिश्नोई के असामयिक निधन ने प्रशासनिक हलकों और समाज में शोक की लहर दौड़ा दी है। इस दुखद घटना के बाद, जोधपुर जिला कलेक्टर ने वसुंधरा अस्पताल पर इलाज में लापरवाही और षड्यंत्र की आशंका को लेकर जांच के आदेश दिए हैं। इस मामले की जांच जोधपुर के डॉ. एस.एन. मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा की जा रही है।
परिवार और प्रशासनिक समुदाय ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और दोषी चिकित्सकों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। स्थानीय नागरिक और सरकारी अधिकारी भी इस मामले में न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
प्रियंका बिश्नोई एक कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी थीं, और उनके असामयिक निधन से प्रशासनिक तंत्र में गहरा शोक व्याप्त है।