उत्तराखंड, 7 सितंबर 2024 — भारत-नेपाल सीमा पर अवैध हथियारों की तस्करी की घटनाओं ने उत्तराखंड पुलिस को चिंता में डाल दिया है। पुलिस को लंबे समय से शक था कि सीमा पर कोई प्रभावशाली व्यक्ति इस अवैध कारोबार को अंजाम दे रहा है। आज सुबह एक विशेष चेकिंग अभियान के दौरान इस संदेह को तब बल मिला जब एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) के सहायक कमांडेंट को मुखबिर से सूचना मिली कि सीमा के पास दो संदिग्ध व्यक्ति खड़े हैं।
भारत–नेपाल के टनकपुर (उत्तराखंड) बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने BJP विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल और दिनेश चंद को 40 कारतूस सहित गिरफ्तार किया। ये कारतूस 7.65 MM के हैं। ये दोनों व्यक्ति भारत से नेपाल जा रहे थे, तब SSB की चेकिंग में पकड़े गए। pic.twitter.com/FYcR47QJxx
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 7, 2024
एसएसबी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान उत्तराखंड के रानीखेत विधायक प्रमोद नैनवाल के छोटे भाई सतीश नैनवाल और उनके ड्राइवर के रूप में हुई है। दोनों के पास से 7.65 एमएम के 40 अवैध जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों को बनबसा पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जहां उनसे पूछताछ की जा रही है।
इस घटना के बाद उत्तराखंड की राजनीति में भूचाल आ गया है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी देते हुए भाजपा पर तीखा हमला किया है। उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा कि भाजपा का आपराधिक रिकॉर्ड प्रदेश की जनता के सामने आ गया है और अब समय आ गया है कि ऐसे नेताओं की जिम्मेदारी तय की जाए।
यह घटना उत्तराखंड की राजनीति में एक नया मुद्दा बनकर उभरी है, जहां विपक्ष इस मामले को भुनाने की कोशिश कर रहा है। हालांकि, भाजपा की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस घटना ने राज्य की राजनीति को गर्मा दिया है।
एसएसबी और उत्तराखंड पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह अवैध तस्करी किस स्तर तक फैली हुई है और इसके पीछे कौन-कौन से बड़े नाम शामिल हो सकते हैं।