कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज X (पूर्व में ट्विटर) पर एक तीखा बयान जारी किया है। उन्होंने उज्जैन और सिद्धार्थनगर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता की घटनाओं को मानवता पर कलंक बताया। उन्होंने अपने पोस्ट में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों और पुलिस प्रशासन के रवैये को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की।
राहुल गांधी ने कहा, "महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराध और पुलिस प्रशासन का पीड़िता और उसके परिवार के प्रति रवैया सिस्टम की बेरहमी का सबूत है और देश के लिए गंभीर चिंतन का विषय है।" उन्होंने यह भी कहा कि प्रचार-प्रसार पर केंद्रित सरकारें एक असंवेदनशील व्यवस्था को बढ़ावा दे रही हैं, जिसमें महिलाओं को सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है।
उज्जैन और सिद्धार्थनगर में महिलाओं के साथ हुई बर्बरता मानवता पर कलंक है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 6, 2024
महिलाओं के खिलाफ लगातार बढ़ते अपराध और पुलिस प्रशासन का पीड़िता और उसके परिवार के प्रति रवैया सिस्टम की बेरहमी का सबूत है और देश के लिए गंभीर चिंतन का विषय है।
प्रचार केंद्रित सरकारों ने अपनी झूठी छवि… pic.twitter.com/eG0neNf35f
उन्होंने अपने बयान में सरकारों की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा कि झूठी छवि गढ़ने के चक्कर में महिलाओं की सुरक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है। उनके अनुसार, यह वक्त है कि समाज के नैतिक उत्थान और महिला सुरक्षा के लिए ठोस और गंभीर प्रयास किए जाएं।
राहुल गांधी ने समाज, राजनीति और प्रशासन के हर स्तर पर कड़े कदम उठाने की आवश्यकता पर बल दिया। उनका मानना है कि एक बेहतर नागरिक बेहतर व्यवस्था को जन्म देता है और बेहतर व्यवस्था ही एक बेहतर समाज का निर्माण करती है।
राहुल गांधी के इस बयान ने महिला सुरक्षा और प्रशासन की नीतियों पर एक बार फिर से राष्ट्रीय स्तर पर बहस को जन्म दिया है।