जिला कुशीनगर, यूपी – एक दिल दहला देने वाली घटना में, हरीश पटेल नामक एक गरीब पिता को अपने नवजात बच्चे और पत्नी को रिहा कराने के लिए अनगिनत संघर्ष का सामना करना पड़ा। इस मामले ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है और सरकारी व्यवस्था की नाकामी को उजागर किया है।
हरीश पटेल की पत्नी ने हाल ही में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में बच्चे को जन्म दिया। लेकिन, जैसे ही हरीश 4,000 रुपए के बकाया भुगतान में असमर्थ रहे, हॉस्पिटल ने उनकी पत्नी और नवजात बच्चे को बंधक बना लिया। यह मामला उस समय गंभीर मोड़ पर पहुंचा जब हरीश ने अपने दूसरे बच्चे को 20,000 रुपए में बेचकर अपनी पत्नी और पहले बच्चे को छुड़ाया।
हैवान हॉस्पिटल, लाचार पिता
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 7, 2024
यूपी के जिला कुशीनगर में हरीश पटेल की प्रेगनेंट बीवी ने प्राइवेट हॉस्पिटल में बच्चे को जन्म दिया। हरीश 4 हजार रुपए नहीं चुका पाए। हॉस्पिटल ने पत्नी–बच्चे को बंधक बना लिया। हरीश ने अपना दूसरा बच्चा 20 हजार में बेचकर पत्नी–बच्चे को छुड़ाया।
अब इस मामले… pic.twitter.com/ypLF0oPNqG
इस कुख्यात घटना के सामने आने के बाद, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई की और मामले के प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। बच्चा खरीदने वाला भोला यादव, मिडिएटर अमरेश यादव, तारा कुशवाहा, और हॉस्पिटल के दो कर्मचारी इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं।
इस घटना ने स्थानीय समाज में गहरी चिंता और आक्रोश पैदा किया है। लोगों का कहना है कि यह मामला न केवल अस्पतालों में व्याप्त भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है, बल्कि एक गरीब परिवार की दुर्दशा की भी कहानी है, जिसे उनके आर्थिक कमजोरियों के कारण गहरी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
स्थानीय अधिकारियों ने आश्वस्त किया है कि मामले की गहराई से जांच की जाएगी और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाएगी। इसके अलावा, अस्पताल के लाइसेंस की समीक्षा भी की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर समाज में मानवता और नैतिकता की आवश्यकता को उजागर किया है और यह हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि हमें कमजोर और जरूरतमंद लोगों के प्रति अधिक संवेदनशील होना चाहिए।