नई दिल्ली – विवादास्पद इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक ने हाल ही में एक वीडियो संदेश जारी कर भाजपा सरकार और प्रस्तावित वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ मुसलमानों से विरोध करने की अपील की। उन्होंने कहा, "मौजूदा भाजपा सरकार बीते 10 सालों की तरह ताकतवर नहीं है। अगर मुसलमान मजबूती से विरोध करेंगे, तो उन्हें कदम वापस खींचने होंगे।" नाइक ने यह भी कहा कि भारत में 21 करोड़ से ज्यादा मुसलमान हैं, और अगर 50 लाख लोग भी इस बिल का विरोध करें, तो इसे रोका जा सकता है।
25 करोड मुसलमान 50 लाख इ मेल भेजकर वक्फ बोर्ड को बरबाद होने से बचा सकते है 13 सितंबर तक ही समय है"
— Irshad Khan (@IrshadActivist) September 9, 2024
हर मुसलमान अपने फ़ोन से काले क़ानून के विरूद्ध एक ईमेल ज़रूर डाले. अब तक 41 हज़ार से ज़्यादा ईमेल डाले जा चुके है.
आप भी इस मुहिम में हिस्सा ले #WaqfAmendmentBill_2024 pic.twitter.com/Zsa0jOLexk
नाइक का यह बयान ऐसे समय में आया है जब सोशल मीडिया पर वक्फ संशोधन बिल को लेकर विरोध बढ़ रहा है। इरशाद खान नाम के एक व्यक्ति ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, "25 करोड़ मुसलमान 50 लाख ईमेल भेजकर वक्फ बोर्ड को बर्बाद होने से बचा सकते हैं। 13 सितंबर तक ही समय है। हर मुसलमान अपने फोन से काले कानून के खिलाफ एक ईमेल जरूर भेजे।" उन्होंने लोगों से इस विरोध में भाग लेने की अपील की और बताया कि अब तक 41 हजार से ज्यादा ईमेल भेजे जा चुके हैं।
दूसरी ओर, इस बिल के विरोध में भी आवाज़ें उठ रही हैं। सुजीत स्वामी नाम के एक उपयोगकर्ता ने X पर लिखा, "वक्फ एक्ट एक ऐसा खतरनाक बोर्ड है जिससे किसी भी हिंदू, ईसाई या सिख की संपत्ति को हड़पा जा सकता है। आइए इस खतरे को खत्म करने के लिए नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा लाए जा रहे वक्फ संशोधन बिल 2024 पर सुझाव भेजें।"
इस बीच, कई मुस्लिम समुदायों द्वारा बड़े-बड़े स्पीकर से गली-गली में ईमेल अभियान का प्रचार किया जा रहा है। वक्फ संशोधन बिल को लेकर यह विवाद और विरोध आने वाले दिनों में और बढ़ सकता है, क्योंकि दोनों पक्ष अपने-अपने दृष्टिकोण को लेकर सार्वजनिक और राजनीतिक रूप से मुखर होते जा रहे हैं।
सरकार का पक्ष अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है, लेकिन इस विषय पर बहस तीव्र होती जा रही है। इस बिल को लेकर दोनों समुदायों के बीच के तनाव को देखते हुए, यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में सरकार क्या कदम उठाती है।