कुंदरकी विधानसभा, मुरादाबाद में हो रहे उपचुनावों ने राजनीति में हलचल मचा दी है। यहां के मतदाताओं के बीच चर्चा का प्रमुख विषय हाजी चांद बाबू हैं, जो अपने समाज सेवा और मजबूत छवि के लिए लोकप्रिय हैं। चुनावी चौपालों में मतदाता अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं और इस बार चांद बाबू का नाम जोर-शोर से उभर कर आ रहा है।
इस क्षेत्र में लंबे समय से बीसी (पिछड़ा वर्ग) समाज के उम्मीदवार को तवज्जो नहीं मिली है, और इस बार चांद बाबू बीसी वर्ग से जुड़े होने के नाते एक मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं। ग्रामीणों का मानना है कि चांद बाबू ने लॉकडाउन के दौरान गरीबों और वंचितों की सहायता की, जो उनकी लोकप्रियता का मुख्य कारण है। एक स्थानीय नेता, उमेश यादव ने कहा, "चांद बाबू जैसे समाजसेवी उम्मीदवार ही हमें चाहिए। उन्होंने जब से काम शुरू किया है, लगातार लोगों के बीच रहे हैं।"
चंद्रशेखर आजाद और आजाद समाज पार्टी का समर्थन
चांद बाबू का आजाद समाज पार्टी से जुड़ने की चर्चा भी हो रही है। यह पार्टी चंद्रशेखर आजाद के नेतृत्व में दलित और मुस्लिम समाज की आवाज उठाने के लिए जानी जाती है। कई मतदाताओं का कहना है कि अगर चांद बाबू को इस पार्टी से टिकट मिलता है, तो वे उन्हें समर्थन देंगे। एक स्थानीय मतदाता, दिलशाद, ने कहा, "चंद्रशेखर आजाद और चांद बाबू दोनों ही दलित और मुस्लिम समुदायों के लिए काम करते हैं। उनकी आवाज हर वर्ग के लिए होती है।"
समाजवादी पार्टी में असंतोष
कई मतदाताओं का यह भी कहना है कि अब समाजवादी पार्टी के प्रति उनका आकर्षण कम हो गया है। यादव समाज के कुछ लोग, जो पहले समाजवादी पार्टी का समर्थन करते थे, अब चांद बाबू के पक्ष में नजर आ रहे हैं। प्रधान वाहन सिंह यादव ने कहा, "मैं समाजवादी पार्टी में हूं, लेकिन अगर चांद बाबू को टिकट मिला, तो मैं उनका समर्थन करूंगा। गांव की 70% जनता उनके साथ है।"
कुंदरकी के कई गांवों, जैसे नानपुर, लालपुर, और हुसैनपुर में चांद बाबू को भारी समर्थन मिल रहा है। चौपाल में बैठे बुजुर्गों और युवाओं ने खुलकर चांद बाबू की सराहना की और कहा कि वे समाज की मदद करते हैं और गरीबों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। एक अन्य मतदाता, अरार हुसैन ने कहा, "चांद बाबू के अलावा कोई और नेता उतना मजबूत नहीं है।"
कुंदरकी विधानसभा का चुनावी माहौल लगातार गर्म होता जा रहा है। जहां एक ओर चांद बाबू की लोकप्रियता बढ़ रही है, वहीं समाजवादी पार्टी के प्रति असंतोष भी उभर रहा है। अब देखना यह है कि क्या चांद बाबू को आजाद समाज पार्टी से टिकट मिलता है और क्या वे अपनी सामाजिक सेवा और जनता के समर्थन से जीत हासिल कर पाते हैं।
कुंदरकी के इस उपचुनाव में हाजी चांद बाबू एक मजबूत दावेदार के रूप में उभर रहे हैं। उनकी सामाजिक सेवा, बीसी समाज का प्रतिनिधित्व, और आजाद समाज पार्टी से जुड़ने की संभावनाओं ने उन्हें जनता के बीच बेहद लोकप्रिय बना दिया है।