उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक चौंकाने वाली घटना में सोनू नाम के युवक की हत्या आईटीआई छात्रा मेहनाज, उसके भाई सद्दाम और उसके दोस्त रिजवान ने मिलकर की। पुलिस ने गुरुवार को तीनों को गिरफ्तार कर इस हत्या की पूरी जानकारी उजागर की। पुलिस के अनुसार, सोनू ने मेहनाज की कुछ तस्वीरें खींच ली थीं और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर मेहनाज को ब्लैकमेल कर रहा था।
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने मृतक सोनू का कटा हुआ सिर भी बरामद कर लिया। मेहनाज और उसके भाई सद्दाम ने वारदात से चार दिन पहले ही सोनू की हत्या की योजना बना ली थी। हत्या के बाद मेहनाज ने प्लास्टिक के थैले में सिर रखा और उसे डंपिंग ग्राउंड में फेंक दिया।
सोनू, जो मुरादाबाद के बिलारी थाना क्षेत्र के सहसपुर का निवासी था, 9 सितंबर की शाम को एक फोन कॉल आने पर घर से निकला था और वापस नहीं लौटा। परिवार ने उसकी तलाश शुरू की और 11 सितंबर की सुबह बिलारी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। इस बीच, पुलिस को सूचना मिली कि रामपुर के सैफनी क्षेत्र के जंगल में एक युवक की सिर कटी लाश पाई गई है। पुलिस और सोनू के परिवार वहां पहुंचे और लाश की पहचान सोनू के रूप में की गई।
सोनू के पिता साबिर को मेहनाज और उसके भाई सद्दाम पर हत्या का शक था। साबिर ने पुलिस को बताया कि मेहनाज और सोनू के बीच प्रेम संबंध थे। पुलिस ने जब मेहनाज और सद्दाम से पूछताछ की, तो उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
जांच के दौरान सद्दाम ने बताया कि उसकी बहन मेहनाज थांवला गांव के कॉलेज से आईटीआई कर रही थी, जहाँ उसकी जान पहचान सोनू से हुई। सोनू की ननिहाल उसी के पड़ोस में थी। एक बार सोनू ने उसकी बहन की कुछ तस्वीरें अपने मोबाइल से खींच ली थीं और उन्हें वायरल करने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल कर रहा था। इस ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर भाई-बहन ने सोनू की हत्या की साजिश रची और इस योजना में सद्दाम ने अपने एक दोस्त रिजवान को भी शामिल कर लिया। गुरुवार शाम को तीनों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।