बेंगलुरु: बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्या करके उसके शरीर को 59 टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखने के आरोपी मुक्तिरंजन रॉय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। उसकी लाश ओडिशा के भद्रक जिले में एक पेड़ पर लटकी हुई पाई गई। इस मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है, और अब आरोपी की आत्महत्या ने इस केस में नया मोड़ ले लिया है।
मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने महालक्ष्मी की हत्या की बात कुबूली है। यह पत्र जांच एजेंसियों के लिए महत्वपूर्ण साक्ष्य प्रदान कर सकता है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, मुक्तिरंजन और महालक्ष्मी का संबंध 2023 से था, और दोनों एक ही मॉल में काम करते थे।
बेंगलुरु में महालक्ष्मी की हत्या करके 59 टुकड़े फ्रिज में रखने के आरोपी मुक्तिरंजन रॉय ने फांसी लगाकर जान दे दी। उसकी लाश ओडिशा के भद्रक जिले में पेड़ पर लटकी मिली। उससे एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें इस मर्डर की बात कुबूली है।
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 26, 2024
दोनों साल 2023 से रिलेशन में थे। एक ही मॉल में जॉब… pic.twitter.com/6CGnbqxAFE
इस हत्याकांड में पहले अशरफ का नाम भी सामने आया था, लेकिन अब मुक्तिरंजन की आत्महत्या ने मामले को और जटिल बना दिया है। पुलिस इस पूरे घटनाक्रम की गहराई से जांच कर रही है, ताकि इस जघन्य अपराध की पूरी कहानी सामने आ सके।
महालक्ष्मी की हत्या ने बेंगलुरु के निवासियों में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। स्थानीय लोग अब सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और इस तरह के अपराधों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।
इस मामले की जांच जारी है, और पुलिस विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कार्यवाही कर रही है।