नई दिल्ली: भाजपा सांसद और बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत द्वारा केंद्र सरकार के कृषि बिलों पर दिए गए एक बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। कंगना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर कहा था कि मोदी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लाना चाहिए और किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए ताकि उनकी समृद्धि में कोई रुकावट न आए।
कंगना के इस बयान के बाद भाजपा के प्रवक्ता गौरव भाटिया ने इसे पार्टी का दृष्टिकोण न बताते हुए उनकी निजी राय करार दिया। गौरव भाटिया ने कहा, "कंगना रनौत भाजपा की ओर से ऐसा बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और यह कृषि बिलों पर भाजपा के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाता है। हम इस बयान की निंदा करते हैं।"
Absolutely, my views on Farmers Laws are personal and they don’t represent party’s stand on those Bills. Thanks. https://t.co/U4byptLYuc
— Kangana Ranaut (@KanganaTeam) September 24, 2024
भाटिया ने स्पष्ट किया कि भाजपा का कृषि बिलों को लेकर अपना स्पष्ट दृष्टिकोण है और कंगना का बयान उससे मेल नहीं खाता। उन्होंने कहा कि पार्टी की नीतियां और विचार व्यापक स्तर पर तय किए जाते हैं और किसी भी व्यक्ति का व्यक्तिगत बयान पार्टी का आधिकारिक दृष्टिकोण नहीं हो सकता।
गौरव भाटिया के इस बयान के बाद कंगना रनौत ने एक और ट्वीट करते हुए यह स्पष्ट किया कि उनका बयान पूरी तरह निजी था और इसका पार्टी से कोई संबंध नहीं है। कंगना ने 'एक्स' पर लिखा, "बिल्कुल, कृषि कानूनों पर मेरे विचार निजी हैं और इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। धन्यवाद।"
इस घटनाक्रम के बाद राजनीतिक गलियारों में भी चर्चाएं तेज हो गई हैं, क्योंकि कंगना रनौत अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहती हैं। हालांकि, भाजपा ने इस बार स्पष्ट रूप से कंगना के बयान से खुद को अलग कर लिया है और इसे उनका निजी मत बताया है।
कृषि बिलों को लेकर सरकार पहले ही विरोध का सामना कर चुकी है और बाद में इन कानूनों को वापस लेने का निर्णय भी किया गया था। ऐसे में कंगना का बयान इस संवेदनशील मुद्दे पर एक नई बहस को जन्म दे सकता है।