बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत केंद्र सरकार के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद कर चुकी हैं। यह विरोध हिमाचल प्रदेश में बिजली महादेव के लिए प्रस्तावित 272 करोड़ रुपये के रोपवे प्रोजेक्ट के संदर्भ में है, जिसका हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ऐलान किया था। कंगना ने इस प्रोजेक्ट पर कड़ा विरोध जताया है और कहा है कि अगर देवता इस परियोजना से खुश नहीं हैं, तो इसे तुरंत रोक देना चाहिए।
कंगना ने दी अपनी प्रतिक्रिया
कंगना रनौत ने कहा कि उन्होंने नितिन गडकरी से मुलाकात की थी और इस मुद्दे पर चर्चा की थी। उन्होंने बताया, "मैंने गडकरी जी से इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी है। अगर हमारे देवता इस परियोजना से खुश नहीं हैं, तो इसका निर्माण नहीं होना चाहिए। देवताओं का आदेश हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है, और यह आधुनिकीकरण से ज्यादा अहमियत रखता है। मैं फिर से गडकरी जी से मिलूंगी ताकि इस मुद्दे को और स्पष्ट किया जा सके।"
बीजेपी सांसद कंगना रनौत ने एक बार फिर बीजेपी से बगावत कर दी है
— Dhruv Rathee Satire (@DhruvRatheFc) September 28, 2024
वह अब मोदी सरकार के ₹227 करोड़ के प्रोजेक्ट का विरोध कर रही हैं
बीजेपी ने कंगना की आलोचना की, कंगना ने बीजेपी पर हमला बोला- ये प्योर सिनेमा है 😂🍿 pic.twitter.com/2ldi5EzerX
स्थानीय लोगों का विरोध
इस परियोजना के विरोध में केवल कंगना ही नहीं, बल्कि स्थानीय लोग भी शामिल हैं। खराहल और कसाव घाटी के ग्रामीण इस रोपवे प्रोजेक्ट का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि रोपवे बनने से देवता नाराज हो सकते हैं और क्षेत्र की आध्यात्मिक शांति भंग हो सकती है। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इस परियोजना के लिए सैकड़ों पेड़ों की कटाई की जा रही है, जिससे पर्यावरण को गंभीर नुकसान होगा। इसके अलावा, स्थानीय समुदाय का यह भी मानना है कि इस रोपवे के कारण क्षेत्र में रोजगार के अवसर बुरी तरह से प्रभावित हो सकते हैं।
परियोजना का विरोध क्यों?
बिजली महादेव मंदिर क्षेत्र धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है, और स्थानीय लोग इस परियोजना को इस पवित्रता के खिलाफ मान रहे हैं। उनका दावा है कि यह परियोजना ना केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रही है, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी हानिकारक है।
अब देखने वाली बात यह होगी कि कंगना रनौत और स्थानीय लोगों के इस विरोध पर केंद्र सरकार और नितिन गडकरी क्या प्रतिक्रिया देते हैं।