लखनऊ, 19 सितम्बर 2024 – भारतीय जनता पार्टी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (सपा) के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें उन्होंने कहा है कि सपा के नेता बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं और समाज में अराजकता फैला रहे हैं। उन्होंने यह बयान एक सार्वजनिक रैली में दिया, जिसमें उन्होंने सपा के नेताओं द्वारा हाल में घटित घटनाओं को उठाया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष रूप से सपा नेता मुईन खान का ज़िक्र करते हुए कहा कि भदोही में उनके द्वारा किए गए कृत्य सपा का असली चेहरा उजागर करते हैं। इसके अलावा, कन्नौज में नवाब सिंह यादव नामक एक सपा नेता पर भी इसी तरह के आरोप लगाए गए, जिसमें उन्होंने एक बेटी के साथ अनुचित व्यवहार किया।
उन्होंने आगे अलीगढ़ और कानपुर की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सपा के पूर्व विधायकों और नेताओं ने भी इसी प्रकार के अपराध किए हैं। कानपुर में एक सपा के पूर्व विधायक पर भी बेटियों के साथ दुर्व्यवहार और गरीबों की जमीनों पर कब्जा करने के आरोप लगाए गए हैं।
जैसे कुत्ते की पूंछ सीधी नहीं हो सकती, वैसे ही समाजवादी पार्टी के दरिंदे, जो बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, वे भी कभी ठीक नहीं हो सकते...
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) September 19, 2024
इनको कानून के दायरे में लाकर हमारी सरकार वही कार्य कर रही है, जिसके ये पात्र हैं... pic.twitter.com/LsSMvriubw
बीजेपी नेता ने समाजवादी पार्टी के नेताओं पर न केवल महिलाओं के खिलाफ अपराध करने का आरोप लगाया, बल्कि उन्होंने यह भी कहा कि सपा के नेता समाज में अराजकता फैला रहे हैं और देशद्रोही तत्वों को समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सपा के नेता अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए समाज में तनाव और अराजकता को बढ़ावा दे रहे हैं।
बीजेपी नेता ने कहा, "जैसे कुत्ते की पूंछ सीधी नहीं हो सकती, वैसे ही सपा के दरिंदे जो बेटियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, कभी ठीक नहीं हो सकते। इन पर कानून के दायरे में कड़ी कार्रवाई करना आवश्यक है। हमारी सरकार इसी दिशा में काम कर रही है।"
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इन मामलों को गंभीरता से लिया है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। सरकार ने बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानून व्यवस्था को मजबूत करने पर जोर दिया है।
यह बयान ऐसे समय में आया है जब प्रदेश में राजनीतिक माहौल गर्म है और आगामी चुनावों की तैयारी हो रही है। विपक्षी पार्टियों ने भी इन आरोपों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे राजनीति से प्रेरित बताया है।
समाजवादी पार्टी ने इन आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि बीजेपी जनता का ध्यान भटकाने के लिए ऐसे आरोप लगा रही है।
आरोपों और प्रत्यारोपों के बीच, उत्तर प्रदेश की राजनीति में तनाव बढ़ता जा रहा है। जहां एक ओर सरकार सख्त कदम उठाने का वादा कर रही है, वहीं दूसरी ओर समाजवादी पार्टी इन आरोपों को झूठा बताते हुए अपनी छवि को बचाने में लगी हुई है। आगे के दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि इन घटनाओं पर कानूनी प्रक्रिया और राजनीतिक दबाव किस दिशा में जाते हैं।