झांसी, उत्तर प्रदेश – जिला झांसी के सरकारी अस्पताल में हाल ही में वार्डबॉय की गुंडई की घटनाएं सामने आई हैं, जो न केवल अस्पताल के कामकाज को प्रभावित कर रही हैं, बल्कि मरीजों की सुरक्षा को भी खतरे में डाल रही हैं।
हाल ही में, एक बुजुर्ग मरीज को थप्पड़ मारने, हाथ मरोड़ने और धक्का देकर अस्पताल से बाहर निकालने का मामला सामने आया है। यह घटना अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था और कर्मचारियों के व्यवहार पर गंभीर सवाल खड़े करती है। घटना के वीडियो क्लिप्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें वार्डबॉय की गुंडई स्पष्ट रूप से देखी जा सकती है।
उ.प्र जिला झांसी सरकारी अस्पताल में वार्डबॉय की गुंडई चरम पर,ऐसे में तो अस्पताल जाने पर भी मरीज को डर लगेगा..?
— Sandeep Chaudhary commentary (@newsSChaudhry) September 2, 2024
एक बुजुर्ग को थप्पड़ मारना, हाथ मरोड़ना और धक्का देकर बाहर निकाल देना क्या ये अस्पताल के इलाज है!
मोदी सरकार बुजुर्ग और महिलाए को सुरक्षित करने में विफल हो चुकी है? pic.twitter.com/CiaKbmympU
स्थानीय निवासी और मरीजों के परिजनों ने इस घटना की निंदा की है और आरोप लगाया है कि अस्पताल के अधिकारियों ने इस गंभीर मुद्दे की ओर ध्यान नहीं दिया। "यह स्थिति चिंताजनक है," एक स्थानीय निवासी ने कहा। "अगर अस्पताल में भी इस तरह की घटनाएं हो रही हैं, तो मरीजों को इलाज के लिए आना भी डरावना हो गया है।"
इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए, अस्पताल प्रशासन ने कहा कि वे मामले की जांच कर रहे हैं और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। "हम इस घटना की गंभीरता को समझते हैं और सुनिश्चित करेंगे कि ऐसा दोबारा न हो," एक अस्पताल अधिकारी ने बताया।
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं मोदी सरकार की उस पहल पर सवाल खड़ा करती हैं, जो बुजुर्गों और महिलाओं की सुरक्षा को प्राथमिकता देती है। यह मामला सुरक्षा और प्रशासनिक निगरानी में सुधार की आवश्यकता को उजागर करता है।
इस बीच, स्थानीय नेता और सामाजिक कार्यकर्ता इस घटना के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उन्होंने अस्पताल के कर्मचारियों के व्यवहार को अनुशासनहीन करार देते हुए प्रशासन से कड़ी जवाबदेही की मांग की है।