हाल ही में सोशल मीडिया पर एक चर्चित पोस्ट के बाद हिमांशु मिश्रा का नाम सुर्खियों में आ गया। जैकी यादव ने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट करते हुए लिखा कि "दैनिक भास्कर ने 96 लाख रुपये हारने का दावा करने वाले हिमांशु मिश्रा की पोल खोल दी है।"
यादव के मुताबिक, दैनिक भास्कर की जांच में यह पता चला है कि हिमांशु मिश्रा ने बिहार का रहने वाला होने का दावा किया था, लेकिन असल में वह कानपुर का निवासी है। मिश्रा का पेशा लोगों को अपनी दर्दभरी कहानी सुनाकर ठगना है, जिसमें वह अक्सर लोगों की सहानुभूति हासिल करता है और मदद की गुहार लगाता है।
जांच के दौरान पता चला कि कानपुर में एक व्यक्ति को अपनी मार्मिक कहानी सुनाकर हिमांशु ने रहने और पढ़ने की व्यवस्था करा ली थी। लेकिन कुछ ही दिनों बाद वह वहां से फरार हो गया। मिश्रा के कई जानने वालों से जब इस बारे में पूछा गया, तो सभी ने बताया कि उसे कभी कोई बड़ा कर्ज नहीं मिला है।
दैनिक भास्कर ने 96 लाख हारने का दावा करने वाले हिमांशु मिश्रा की पोल खोल दी है।
— Jaiky Yadav (@JaikyYadav16) September 27, 2024
दैनिक भास्कर की पड़ताल में पाया गया है कि
हिमांशु मिश्रा बिहार का नहीं बल्कि कानपुर का रहने वाला है। हिमांशु का अपनी दर्दभरी कहानी सुनाकर लोगों को ठगना पेशा है।
हिमांशु मिश्रा ने कानपुर में एक… pic.twitter.com/rYwMMMqwDw
हिमांशु मिश्रा ने पहले दावा किया था कि उसने 96 लाख रुपये का कर्ज लिया है, लेकिन यह पूरी कहानी फर्जी निकली। जैकी यादव के इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर एक बहस छिड़ गई, जिसमें रूपाली गौतम ने भी टिप्पणी की। रूपाली ने पोस्ट का जवाब देते हुए लिखा, "यह मनुवादी मुझे पहले दिन से ही धोखेबाज लग रहा था। इसकी चाल-चलन ठीक नहीं थे। अच्छे-अच्छे लोगों को तो 2 लाख का कर्ज नहीं मिलता, और यह 96 लाख की कहानी सुना रहा था।"
यह प्रकरण सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है, और हिमांशु मिश्रा की कथित ठगी की कहानी अब खुलकर सामने आ गई है। लोगों को अब इस बात की सावधानी बरतनी होगी कि वे किस तरह के लोगों पर भरोसा कर रहे हैं और उनकी कहानियों की सत्यता की जांच करें।
दैनिक भास्कर की इस पड़ताल ने एक बार फिर दिखा दिया है कि झूठी कहानियां गढ़कर ठगी करने वाले लोग अब ज्यादा दिन तक छुपे नहीं रह सकते।