हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 की घोषणा के पांच दिन बाद एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया जब चुनाव आयोग ने राज्य में चल रही सरकारी भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी। विपक्षी पार्टी कांग्रेस द्वारा उठाए गए मुद्दों के चलते यह कदम उठाया गया, जिससे सरकारी नौकरियों के लिए प्रतीक्षारत युवाओं में व्यापक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
हरियाणा में पिछले दस सालों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है और अब 2024 के आगामी चुनाव में पार्टी तीसरी बार जीत दर्ज करने के इरादे से चुनावी मैदान में उतर रही है। अपने दो कार्यकालों के दौरान, भाजपा ने सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के प्रयास किए हैं। पार्टी का दावा है कि 2014 से अब तक हरियाणा के 1.5 लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई है, जिसे उन्होंने अपनी प्रमुख उपलब्धियों में से एक बताया है।
भाजपा सरकार की प्रमुख उपलब्धियों में से एक सरकारी भर्ती में भ्रष्टाचार समाप्त करना रहा है। पार्टी ने हरियाणा में "पर्ची-खर्ची" (सिफारिश और रिश्वत) प्रणाली को समाप्त करने का दावा किया है, जिससे अब प्रदेश के बेरोजगार युवाओं को सिफारिश या रिश्वत के बिना सरकारी नौकरी मिल सकती है।
कांग्रेस और भर्ती प्रक्रिया में देरी
अब चुनाव आयोग के फैसले के बाद हरियाणा में कई महत्वपूर्ण पदों की भर्ती प्रक्रिया रुक गई है। इसमें शामिल हैं:
भर्ती रोको गैंग के खिलाफ हरियाणा के युवाओं का जबरदस्त विरोध प्रदर्शन।
— Astrologer Archana Kapur BJP (@Astrokapurpkl) August 28, 2024
हुड्डा साहब आंखें खोल कर देख लीजिए हरियाणा के युवाओं के खिलाफ आपका षड्यंत्र नहीं चलेगा भर्ती होगी बिना खर्ची बिना पर्ची। pic.twitter.com/2nHvrzFtdc
- हरियाणा पुलिस में 5,600 कांस्टेबल पद
- हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) द्वारा टीजीटी
और पीटीआई के कई पद
- हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) के विभिन्न पद
- तृतीय श्रेणी ग्रुप 56, 57 के 16,500 पद
- पुलिस विभाग में 6,000 पद
अधिकारियों के अनुसार, यदि अनुमति मिल जाती, तो ये परिणाम अगले चार से पांच दिनों में जारी हो सकते थे।
अधिकारियों और युवाओं की प्रतिक्रियाएं
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने आचार संहिता के कारण सरकारी भर्तियों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन यह जरूर कहा कि चुनाव तिथि तक 5,000 से 7,000 अतिरिक्त भर्ती परिणाम तैयार हो सकते हैं। इसमें 6,000 कांस्टेबल पदों के परिणाम भी शामिल हैं, जो पहले ही तैयार किए जा चुके हैं।
भर्ती प्रक्रिया में हो रही देरी से हरियाणा के बेरोजगार युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। कांग्रेस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन तेज हो गए हैं। बुधवार को बड़ी संख्या में बेरोजगार युवा चंडीगढ़ के सेक्टर 7 स्थित कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास के बाहर प्रदर्शन करने पहुंचे। इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई।
चुनाव के बाद शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया
अब करीब 24,000 सरकारी
भर्तियों के परिणाम हरियाणा विधानसभा चुनाव समाप्त होने के बाद जारी किए जाएंगे।
भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है कि वह राज्य के युवाओं के नौकरी के अवसरों में
बाधा डाल रही है। भाजपा ने फिर से अपने शासन में पारदर्शिता और रोजगार देने की
प्रतिबद्धता दोहराई है, जबकि कांग्रेस आचार
संहिता का पालन करने पर जोर दे रही है। चुनाव के नतीजे आने के बाद ही इन भर्तियों
का भविष्य तय होगा, जिससे कई उम्मीदवारों
को अभी अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है।