लखनऊ, 5 सितंबर 2024: आज लखनऊ में सनातन धर्म के पौराणिक, सांस्कृतिक और विश्व के सबसे बड़े महोत्सव महाकुंभ प्रयागराज के अंतर्गत आयोजित कवि कुंभ 2024 कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ हुआ। इस गरिमामयी अवसर पर प्रमुख हस्तियों और साहित्यकारों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और भारतीय संस्कृति व साहित्य की धरोहर को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम का उद्घाटन माननीय विधायक श्री ओ. पी. श्रीवास्तव जी के कर-कमलों द्वारा किया गया। साथ ही, प्रमुख सचिव, संस्कृति विभाग, श्री मुकेश मेश्राम जी, विशेष सचिव, संस्कृति विभाग श्री रविंद्र कुमार जी, हिंदी साहित्य अकादमी के अध्यक्ष श्री सौरभ सुमन जैन जी, राष्ट्रीय कवि संगम के अध्यक्ष श्री जगदीश मित्तल जी, प्रसिद्ध कवयित्री श्रीमती अनामिका जैन अंबर जी, प्रदेश महामंत्री, संस्कार भारती श्री गिरीश जी, और हिंदी साहित्य अकादमी के संरक्षक डॉ. प्रवीण शुक्ल जी सहित कई अन्य प्रतिष्ठित गणमान्यजन इस मौके पर उपस्थित रहे।
आज लखनऊ में सनातन धर्म के पौराणिक, सांस्कृतिक एवं विश्व के सबसे बड़े उत्सव महाकुंभ प्रयागराज के अंतर्गत आयोजित कवि कुम्भ 2024 कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए। इस अवसर पर मा० विधायक श्री ओ०पी० श्रीवास्तव जी, प्रमुख सचिव, संस्कृति विभाग श्री मुकेश मेश्राम जी, विशेष सचिव संस्कृति… pic.twitter.com/Fd6jZMfiZw
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) September 5, 2024
इस अवसर पर वक्ताओं ने महाकुंभ की सांस्कृतिक धरोहर और कवि सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला। कवि कुंभ का उद्देश्य न केवल कवियों को एक मंच प्रदान करना है, बल्कि सनातन धर्म, संस्कृति और साहित्य की महान परंपरा को बढ़ावा देना भी है। कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से भारतीयता, राष्ट्रप्रेम और संस्कृति की अमर गाथाओं को जीवंत किया।
कवि कुंभ में विभिन्न भाषाओं के प्रतिष्ठित कवि और कवयित्रियाँ अपनी-अपनी रचनाओं का पाठ करेंगे, जिसमें समाज को प्रेरणा देने वाली कविताएँ शामिल होंगी। इस ऐतिहासिक आयोजन का उद्देश्य साहित्य के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाना और युवाओं को साहित्य से जोड़ना है।
इस कार्यक्रम में सभी ने महाकुंभ के आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक महत्व को एक नई दिशा देने का संकल्प लिया। कवि कुंभ 2024 का आयोजन आने वाले दिनों में साहित्य और संस्कृति प्रेमियों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा।