कुशीनगर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश पुलिस ने कुशीनगर में चल रहे एक बड़े जाली नोटों के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता रफी खान भी शामिल हैं। रफी खान को इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड माना जा रहा है, जो न सिर्फ उत्तर प्रदेश बल्कि नेपाल और बिहार समेत कई बॉर्डर इलाकों में सक्रिय था।
रफी खान के अलावा गिरफ्तार किए गए अन्य प्रमुख लोगों में नौशाद खान (सपा नेता), औरंगजेब, मोहम्मद रफी, परवेज इलाही उर्फ कौसर अफरीदी, शेख जमालुद्दीन, नियाजउद्दीन उर्फ मुन्ना, रेहान खान उर्फ सद्दाम, मोहम्मद रफीक उर्फ बबलू खान, हाशिम खान, और सिराज हाशमती शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, इस कारोबार से जुड़े 4 अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं।
उत्तर प्रदेश : जिला कुशीनगर पुलिस ने नकली नोटों का धंधा करने वाले 10 लोगों को पकड़ा। इसमें सपा लोहिया वाहिनी का राष्ट्रीय सचिव रफी खान, सपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ का प्रदेश महासचिव नौशाद खान, रेहान, हाशिम, सिराज, औरंगजेब, परवेज, जमालुद्दीन और नियाजुद्दीन हैं। pic.twitter.com/8uvZnsoxjF
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) September 24, 2024
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, पकड़े गए आरोपियों में सपा के दो नेता शामिल हैं, जिनमें रफी खान का नाम प्रमुख है। रफी खान उर्फ बबलू समाजवादी पार्टी की लोहिया वाहिनी के राष्ट्रीय सचिव हैं, जबकि नौशाद खान पार्टी के सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष हैं। पुलिस ने रफी खान को इस जाली नोटों के कारोबार का मुख्य सरगना बताया है।
पुलिस ने तमकुहीराज, कुशीनगर में एक ठिकाने पर छापा मारा, जहां यह अवैध कारोबार चल रहा था। इस दौरान पुलिस ने ₹5.62 लाख के जाली नोट, ₹1.10 लाख के असली नोट, और 3,000 नेपाली रुपये बरामद किए। इसके अलावा, पुलिस को मौके से 10 देसी तमंचे, 4 सुतली बम, 2 नेपाली सिम कार्ड और 26 फर्जी दस्तावेज भी मिले।
पुलिस का कहना है कि इस मामले में फरार आरोपियों की तलाश जारी है। राजनीतिक नेताओं की गिरफ्तारी ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है, जिससे राजनीति और संगठित अपराध के आपसी संबंधों पर सवाल उठ रहे हैं।
यह जाली नोटों का कारोबार कई राज्यों और सीमावर्ती इलाकों में फैला हुआ था, जिससे देश के आर्थिक रूप से संवेदनशील क्षेत्रों में नकली मुद्रा वितरण की व्यापकता सामने आई है।