यदि शौच के दौरान पेट पूरी तरह से साफ नहीं होता है, तो यह कब्ज की समस्या का संकेत हो सकता है और शरीर में तरल पदार्थों की कमी भी हो सकती है। कब्ज होने पर व्यक्ति कभी खुद को तरोताज़ा महसूस नहीं कर पाता है। अगर कब्ज को नज़रअंदाज़ किया जाए, तो यह गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
कब्ज होने पर पेट दर्द, शौच में दिक्कत और मल का पूरा न निकलना जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। कब्ज से निपटने के लिए कई उपाय हैं, लेकिन आयुर्वेदिक उपचार सबसे प्रभावी माने जाते हैं।
कब्ज दूर करने के कुछ आयुर्वेदिक उपाय:
1. हरड़ और छाछ का उपाय: एक किलो छोटी हरड़ को छाछ में 24 घंटे तक भिगोकर सुखा लें और पाउडर बना लें। सोते समय 4 ग्राम पाउडर मिट्टी के मटके के पानी के साथ लें। यह पुरानी से पुरानी कब्ज को भी ठीक करता है। आप इसे अरंडी के तेल में भूनकर भी ले सकते हैं।
2. केसर: आधा ग्राम केसर को घी में मिलाकर खाने से पुरानी कब्ज से राहत मिलती है।
3. त्रिफला पाउडर: रात में सोने से पहले 3-5 ग्राम त्रिफला पाउडर को शहद और गर्म पानी के साथ लें। इससे कब्ज में तुरंत आराम मिलता है।
4. पानी और खिचड़ी: शरीर में तरल पदार्थों की कमी से कब्ज होती है। इसलिए दलिया, खिचड़ी और तरल पदार्थों का सेवन फायदेमंद होता है। चिकित्सक कब्ज के मरीजों को गर्म पानी पीने की सलाह भी देते हैं।
5. गुड़ और गिलोय: बराबर मात्रा में गुड़ और गिलोय का चूर्ण मिलाकर रात में लें। यह कब्ज को पूरी तरह से ठीक करता है।
6. किशमिश और पालक: पानी में भीगी हुई किशमिश और पालक का सेवन कब्ज के लिए फायदेमंद होता है।
कब्ज से बचने के लिए फाइबर युक्त भोजन करें, पर्याप्त पानी पिएं और मसालेदार, तली-भुनी चीजों से बचें।