उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक महत्वपूर्ण कार्रवाई करते हुए पांच लोगों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस मामले में पूर्व माफिया और वर्तमान विधायक मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी भी शामिल हैं। यह मामला सदर कोतवाली में दर्ज किया गया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि इन व्यक्तियों ने चित्रकूट जिला जेल में अब्बास अंसारी के बंद रहने के दौरान लोगों को डराने और मारपीट करने की घटनाओं को अंजाम दिया। इस आरोप में एक समाजवादी पार्टी (सपा) का नेता भी शामिल है, जो इस पूरे घटनाक्रम का हिस्सा बताया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि चित्रकूट जिला जेल में बंद अब्बास अंसारी ने जेल के भीतर से एक संगठित गिरोह का संचालन किया। इस गिरोह के माध्यम से अब्बास अंसारी ने न केवल लोगों को धमकाया बल्कि उनसे अवैध रूप से वसूली भी की। पुलिस के अनुसार, इस गिरोह में अब्बास के साथ गाजीपुर निवासी उसके चालक नियाज अंसारी, कर्वी के सपा नेता फराज खान, कर्वी के पूर्व कैंटीन व्यवस्थापक नवनीत सचान, और वाराणसी के एकाउंटेंट शहबाज आलम खान भी शामिल थे।
सुप्रीम कोर्ट से ज़मानत मिलने के बाद चित्रकूट जेल से रिहा हुई सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी की पत्नी निख़त pic.twitter.com/W3EfKGOF7g
— Priya singh (@priyarajputlive) August 17, 2023
आरोपों के अनुसार, अब्बास अंसारी जेल में रहते हुए भी अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए जेल के बाहर अपने सहयोगियों के माध्यम से लोगों को धमकाता रहा और उनसे अवैध धन की वसूली करता रहा। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह गिरोह आपराधिक गतिविधियों में लिप्त था और लोगों को डराने-धमकाने के लिए हिंसा का सहारा लेता था। सदर कोतवाल उपेंद्र सिंह की शिकायत पर इन पांचों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई के बाद क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति को और अधिक सख्त बनाया जाएगा, ताकि भविष्य में इस प्रकार की आपराधिक गतिविधियों को रोका जा सके। अब्बास अंसारी वर्तमान में कासगंज जेल में बंद हैं, जबकि अन्य चार आरोपी जमानत पर रिहा हो चुके हैं। पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों में भी चर्चा शुरू हो गई है, जिसमें सपा नेता की संलिप्तता पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की सक्रियता और तेजी से की गई कार्रवाई की सराहना की जा रही है। पुलिस का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे और किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।