श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने हाल ही में एक ऐसा कदम उठाया, जो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया। एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान, इल्तिजा मुफ्ती ने ANI (एशियन न्यूज़ इंटरनेशनल) के माइक को हटाकर एक स्पष्ट संदेश दिया: "गोदी मीडिया नॉट अलाउड"।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें इल्तिजा ANI का माइक हटाती हुई दिख रही हैं और इसके बाद उन्होंने संदेश लिखकर सार्वजनिक रूप से अपना विरोध जताया। उन्होंने इसे "प्रोपेगैंडा एजेंसी" कहकर आलोचना की और इसे बहिष्कार करने की अपील की।
इल्तिजा मुफ्ती के इस कदम को उनके समर्थकों ने सराहा और इसे मीडिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाने की एक महत्वपूर्ण पहल बताया। उनके इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर विभिन्न प्रतिक्रियाएं आईं। कई लोगों ने उनके साहस की तारीफ की, जबकि कुछ ने इसे आलोचना की नजर से देखा।
जम्मू कश्मीर में PDP नेता इल्तिजा मुफ्ती ने ANI के माइक को हटाकर लिखा
— Anurag Verma ( PATEL ) (@AnuragVerma_SP) September 23, 2024
कि, ' गोदी मीडिया नॉट अलाउड'
वैसे बहुत शानदार काम किया है। आज इस प्रोपेगैंडा एजेंसी का सार्वजनिक बहिष्कार होना चाहिए pic.twitter.com/nCfK32tbV5
इल्तिजा का यह विरोध उस समय सामने आया है जब देश में मीडिया की भूमिका पर व्यापक बहस चल रही है। कई नेता और संगठन मीडिया को सरकारी प्रचार का साधन बनने का आरोप लगाते रहे हैं। PDP नेता ने ANI को "गोदी मीडिया" कहकर, यह स्पष्ट कर दिया कि वह निष्पक्ष और स्वतंत्र पत्रकारिता के पक्ष में हैं।
हालांकि ANI की ओर से अभी तक इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन इस घटना ने मीडिया और राजनीतिक दलों के बीच चल रही बहस को और भी गर्मा दिया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि इस घटना के बाद राजनीतिक और मीडिया जगत में और कौन-कौन से कदम उठाए जाते हैं, और क्या इसका कोई व्यापक प्रभाव देखने को मिलेगा।