लखनऊ, 4 सितम्बर 2024 – उत्तर प्रदेश के जीतेन्द्र यादव, जिन्हें आमतौर पर जीत यादव के नाम से जाना जाता है, ने आज सोशल मीडिया पर एक मार्मिक पोस्ट साझा की, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी के निधन की दुखद खबर दी। जीत यादव ने लिखा कि उनकी पत्नी फेफड़े के कैंसर से पीड़ित थीं और इलाज के लिए मदद की गुहार लगाने के बावजूद उन्हें कोई सहायता नहीं मिली।
जीत यादव ने अपने ट्वीट में समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और उनकी पत्नी डिंपल यादव को टैग करते हुए कहा, "आदरणीय @dimpleyadav जी और @yadavakhilesh जी आप लोगों से गुहार लगाते लगाते मेरी पत्नी का आज निधन हो गया, उनको फेफड़े का कैंसर था। इलाज कराते कराते माली हालत दयनीय हो गई, न तो आपने सुना ना तो आपके विधायक ने।"
आदरणीय @dimpleyadav जी और @yadavakhilesh जी आप लोगों से गुहार लगाते लगाते मेरी पत्नी का आज निधन हो गया,उनको फेफड़े का कैंसर था।इलाज कराते कराते माली हाली दयनीय हो गई न तो आपने सुना ना तो आपके विधायक ने। pic.twitter.com/XhcOkNpj7l
— Jit Yadav (@jjityadav) September 2, 2024
जीत यादव की इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से ध्यान आकर्षित किया है, जहां लोगों ने उनके साथ सहानुभूति जताई है और उनकी स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
सुधीर मिश्रा नामक एक अन्य व्यक्ति ने भी इस घटना पर प्रतिक्रिया दी और लिखा, "आप अखिलेश यादव के सैफई परिवार नहीं हो भाई। ईश्वर आपकी पत्नी को अपने श्री चरणों में स्थान दे।"
इस घटना ने उत्तर प्रदेश में राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है, जहाँ लोगों ने स्थानीय नेताओं से इस पर स्पष्टीकरण की मांग की है। जनता में यह सवाल उठ रहा है कि जब आम नागरिकों को उनकी स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान के लिए उनके चुने हुए प्रतिनिधियों से मदद नहीं मिल सकती, तो वे किसकी ओर देखें?
समाजवादी पार्टी की ओर से इस मुद्दे पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन सोशल मीडिया पर बढ़ते दबाव के बीच पार्टी के नेताओं द्वारा इस मामले को संज्ञान में लेने की संभावना जताई जा रही है।
यह दुखद घटना न केवल जीत यादव के परिवार के लिए बल्कि उन सभी के लिए एक याद दिलाती है, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे हैं और जिनकी मदद के लिए वे अपने प्रतिनिधियों की ओर देख रहे हैं।