सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें तीन लोग मांसाहार करते हुए नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में एक व्यक्ति ब्राह्मण है, जो जनेऊ धारण किए हुए बड़े चाव से मांस और चावल खाता दिख रहा है। दूसरा व्यक्ति भगवा वस्त्र पहने हुए साधु है, जो मांसाहार में लिप्त है। तीसरे व्यक्ति की पहचान स्पष्ट नहीं हो पाई है, क्योंकि वह वीडियो में स्पष्ट रूप से नहीं दिख रहा है।
वीडियो में दिखाए गए ये लोग न केवल मांसाहार कर रहे हैं, बल्कि ऐसा भी कहा जा रहा है कि ये दूसरों को मांस न खाने की सलाह देते हैं। वीडियो में मौजूद ब्राह्मण और साधु, जो अपनी पहचान धार्मिक प्रतीकों और वस्त्रों से करते हैं, इस तरह का आचरण करते हुए देखे गए हैं, जिससे सनातन धर्म की छवि पर गहरा आघात पहुंचा है। इस घटना ने धार्मिक समुदायों और सामाजिक समूहों के बीच विवाद को जन्म दिया है, जो ऐसे आचरण को पाखंड और धर्म का अपमान मान रहे हैं।
अंधभक्तों इनके बारे में क्या ख्याल है?? #सच्चाई #पाखंडवाद_बंद_करो #अंधभक्त_आसमान_पर_थूक_रहे_हैं pic.twitter.com/Qrvqwv0z3k
— Sapna Singhania🇳🇪 (@sfsnewdelhi) September 15, 2024
वीडियो पर प्रतिक्रिया देने वाले लोगों का कहना है कि जनेऊ धारण करने और साधु बनने का एक उच्च धार्मिक महत्व है। लेकिन इस वीडियो में दिखाए गए लोगों के व्यवहार से सनातन धर्म को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। धार्मिक परंपराओं और आस्थाओं के अनुयायी मानते हैं कि इस तरह का आचरण सनातन धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ है।
इसके अलावा, कुछ लोगों का आरोप है कि ये व्यक्ति चुपके से मांस खाकर दूसरों को नसीहत देते हैं, और अपनी कथनी और करनी में बड़ा फर्क रखते हैं। उनका कहना है कि ऐसे पाखंडियों को न तो जनेऊ धारण करने का अधिकार है, न ही साधु बनने का।
हालांकि, इस वीडियो की सत्यता की अब तक पुष्टि नहीं हो पाई है। यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि वीडियो किस स्थान का है और इसमें दिख रहे लोग कौन हैं। लेकिन वीडियो के वायरल होने से धार्मिक और सामाजिक भावनाएं आहत हो रही हैं, और इसे लेकर चर्चाओं का दौर जारी है।