गुना, मध्य प्रदेश: गुना जिले में 16 साल की एक नाबालिग लड़की के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। आरोप है कि पीड़िता के गांव के पांच लड़कों ने इस घिनौनी घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई की है और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़िता के अनुसार, घटना के दिन आरोपियों में से प्रदीप और उसके साथी ने उसे बहला-फुसलाकर एक कच्चे मकान में ले गए। वहां, उन्होंने बारी-बारी से बलात्कार किया और घटना की वीडियो रिकॉर्डिंग भी की। पीड़िता ने इस घटना की जानकारी अपने पिता को दी, जिससे घर में हंगामा मच गया। पिता ने शिकायत दर्ज कराने के लिए स्थानीय थाने का रुख किया, लेकिन 8 घंटे तक थाने में बैठने के बावजूद पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की।
जब मामले की जानकारी पुलिस अधीक्षक (एसपी) के संज्ञान में आई, तब जाकर एफआईआर दर्ज की गई और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हुई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रदीप और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। एसडीओपी युवराज सिंह चौहान ने पुष्टि की कि आरोपी को जेल भेज दिया गया है और पीड़िता के बयान न्यायालय में दर्ज कराए गए हैं।
स्थानीय पुलिस द्वारा की गई देरी की आलोचना करते हुए पीड़िता के परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जानबूझकर मामले को लटकाए रखा। इस मामले ने जिले में एक बार फिर से पुलिस की कार्यशैली और न्याय प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
यह घटना न केवल पीड़िता के लिए बल्कि पूरे समाज के लिए एक चिंता का विषय है, जो बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहा है। गुना की इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि हमारे समाज और पुलिस तंत्र को अभी और सुधार की आवश्यकता है।