दिल्ली में एक अद्भुत चिकित्सा पद्धति ने लोगों के लिए दर्द से राहत और बेहतर जीवन की एक नई राह खोल दी है। पतंजलि बैलेंस द्वारा शुरू की गई इस सिंधी चिकित्सा ने कई मरीजों की दशकों पुरानी समस्याओं का समाधान किया है।
हाल ही में दिल्ली में आए एक मरीज, अजय, ने बताया कि उन्हें पिछले दस सालों से घुटनों में गंभीर दर्द था। उन्होंने स्पेशल तौर पर दिल्ली का रुख इसी चिकित्सा के लिए किया। अजय का कहना है कि इस चिकित्सा से उन्हें राहत महसूस हो रही है, और अब वे बिना किसी परेशानी के चल पा रहे हैं। उनका कहना है, "घुटनों के अंदर इतना हल्कापन महसूस हुआ कि मैं आराम से चल सकता हूं। 10 साल का दर्द मिनटों में गायब हो गया।"
एक और मरीज, अनिल सांझी, जो स्कूल टीचर हैं, ने कहा कि वे डेढ़ साल से लंगड़ा कर चल रही थीं। डॉक्टरों ने उन्हें कई तरह की दवाइयां सुझाईं, लेकिन कोई भी उपचार असरकारी नहीं साबित हुआ। "मैं क्लास में भी लंगड़ा कर चल रही थी। डॉक्टर ने इस चिकित्सा की सलाह दी, लेकिन मुझे डर था कि दर्द होगा। लेकिन इस चिकित्सा के बाद मुझे इतना अच्छा लगा कि अब मैं सामान्य चल सकती हूं," अनिल ने बताया।
इस चिकित्सा की खासियत यह है कि यह फिजिकल एक्सरसाइज और प्राकृतिक उपचारों से भी अधिक प्रभावी साबित हो रही है। इसे इस्तेमाल करने वाले मरीजों का कहना है कि यह न सिर्फ शारीरिक दर्द में आराम देती है, बल्कि उन्हें फिर से एक्टिव और स्वस्थ महसूस कराती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि सिंधी चिकित्सा का यह तरीका ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है और शरीर की गंदगी को बाहर निकालने में मदद करता है।
यह चिकित्सा प्रणाली विशेष रूप से उन लोगों के लिए लाभकारी है जो लंबे समय से ऑफिस में बैठने या शारीरिक गतिविधि की कमी से पीड़ित हैं।