सावन का महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। इस बार सावन के पहले मंगल को विशेष रूप से हनुमान जी की आराधना के लिए एक प्रभावशाली अवसर है। भक्तों का मानना है कि इस दिन हनुमान जी की विशेष पूजा और मंत्र जाप से जीवन में आ रहे सभी कष्टों से शीघ्र मुक्ति मिल सकती है।
हनुमान जी, जो कि शक्ति, साहस और भक्ति के प्रतीक हैं, उनकी आराधना से जीवन के विभिन्न समस्याओं को दूर किया जा सकता है। विशेषकर सावन के इस पवित्र मंगल को हनुमान जी के एक विशेष मंत्र का जाप करने की सलाह दी जाती है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और सभी प्रकार की बाधाओं को दूर किया जा सकता है।
इस मंत्र का जाप करने का सही तरीका और समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। सावन के मंगलवार को प्रातः काल उठकर स्नान करके साफ कपड़े पहनें। फिर किसी शांत स्थान पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें। मंत्र है:
"ॐ हं हनुमते नमः"
इस मंत्र का जाप 108 बार करना सर्वोत्तम माना जाता है। यदि 108 बार जाप करना कठिन हो, तो कम से कम 11 बार जाप करने से भी लाभ होता है। मंत्र के साथ हनुमान जी की तस्वीर के सामने दीपक और पुष्प अर्पित करें। इस दौरान ध्यान और भक्ति का भाव बनाए रखें।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, हनुमान जी के इस मंत्र का जाप करने से न केवल मानसिक शांति मिलती है बल्कि जीवन के समस्त संकट दूर होते हैं। इसके अलावा, इस मंत्र के नियमित जाप से मानसिक बल, आत्मविश्वास और स्थिरता भी प्राप्त होती है।
सावन का महीना विशेष रूप से हनुमान जी की आराधना के लिए बहुत उपयुक्त है, क्योंकि इस महीने की पूजा से विशेष फल प्राप्त होते हैं। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, सावन के मंगलवार को हनुमान जी की पूजा से विशेष रूप से संकटों का नाश होता है और भक्तों की समस्याएँ शीघ्र हल होती हैं।
इस पवित्र अवसर पर हनुमान जी के इस मंत्र का जाप कर भक्त अपने जीवन में सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति कर सकते हैं। सावन के इस मंगल को हनुमान जी की आराधना करें और अनुभव करें अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव।