दिल्ली: वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े ने हाल ही में एक खुलासा किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राहुल गांधी पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रेड डलवाने के पीछे छिपे राजनीतिक इरादों का खुलासा किया है। वानखेड़े के मुताबिक, मोदी और शाह की चिंता का मुख्य कारण राहुल गांधी की आक्रमकता है, जिसने हाल ही में उनकी नींद हराम कर दी है।
वानखेड़े ने बताया कि राहुल गांधी की संसद में आक्रामकता और उनकी आवाज़ ने मोदी और शाह को परेशान कर दिया है। हाल ही में हिंडनबर्ग रिपोर्ट के मामले में जब राहुल गांधी ने मोदी सरकार को घेरा था, तब गुजरात के एक पुराने केस को ताजे आरोपों के तहत उछालकर उनकी संसद सदस्यता रद्द करवाई गई थी। इस समय, कांग्रेस और राहुल गांधी ने एक बार फिर से संसद में मोदी सरकार की खुलकर आलोचना की है।
#राहुल_गांधी जी पर मोदी और शाह ED की रेड क्यों डालवाना चाहते हैं,
— 𝙈𝙪𝙧𝙩𝙞 𝙉𝙖𝙞𝙣 (@Murti_Nain) August 4, 2024
जानिए वरिष्ठ पत्रकार अशोक वानखेड़े जी से,#राहुल_गांधी की आक्रमकता से मोदी शाह डरें हुए हैं,
याद कीजिये जब हिंडनबर्ग रिपोर्ट आने पर राहुल जी ने संसद में इनकी बखिया उधेडी थी, तब गुजरात का एक पुराना केस निकाल कर… pic.twitter.com/CCaYmyO8Sh
“राहुल गांधी अब कांग्रेस के लिए केंद्रीय भूमिका निभा रहे हैं और पूरा इंडिया गठबंधन उनके पीछे मजबूती से खड़ा है। उनकी आक्रामकता ने मोदी और शाह को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे राहुल गांधी की गतिविधियों को रोका जाए,” वानखेड़े ने कहा।
वानखेड़े का कहना है कि आने वाले कुछ दिनों में चार राज्यों में चुनाव होने वाले हैं। मोदी और शाह ने इन चुनावों के लिए अपने तूफानी दौरे की योजना बनाई थी, लेकिन अब राहुल गांधी की सक्रियता और कांग्रेस का मजबूत गठबंधन उनके लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है। इस स्थिति में मोदी और शाह के लिए यह जरूरी हो गया है कि वे राहुल गांधी को किसी भी तरह से निशाना बनाकर उनकी प्रभावी उपस्थिति को सीमित करें।
वानखेड़े के मुताबिक, मोदी और शाह का यह प्रयास एक षड्यंत्र है जिससे वे राहुल गांधी की लोकप्रियता और कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव को कम कर सकें। लेकिन वानखेड़े का यह भी मानना है कि इस बार ये प्रयास राहुल गांधी को रोकने में सफल नहीं हो पाएंगे और आने वाले चुनावों में जनता मोदी और शाह के खिलाफ खड़ी हो सकती है।