नई दिल्ली: प्रसिद्ध पत्रकार और सामाजिक टिप्पणीकार दिलीप मंडल ने हाल ही में ट्विटर पर एक टिप्पणी की है। उन्होंने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के अमेरिका दौरे पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें चंद्रचूड़ “जय भीम” “जय भीम” बोलते नजर आ रहे हैं। मंडल का कहना है कि जब उन्होंने चंद्रचूड़ को अमेरिका में जय भीम बोलते सुना, तब उन्हें समझ में आ गया था कि मुख्य न्यायाधीश के कुछ विवादास्पद फैसले आने वाले हैं।
दिलीप मंडल ने ट्विटर पर लिखा, “जब मैंने चंद्रचूड़ को अमेरिका में ‘जय भीम’ बोलते सुना, तभी समझ गया था कि बंदा कोई कांड करने वाला है।” उन्होंने इस ट्वीट के साथ अमेरिका में चंद्रचूड़ का एक वीडियो भी साझा किया, जिसमें वे “जय भीम” और “जय भीम” बोलते हुए दिख रहे हैं।
ये है वीडियो। pic.twitter.com/6CNqV7up4N
— Dilip Mandal (@Profdilipmandal) August 3, 2024
मंडल का यह भी दावा है कि चंद्रचूड़ जैसे प्रमुख व्यक्ति द्वारा बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर के प्रति स्नेह और सम्मान व्यक्त करने का उद्देश्य उन लोगों को साधने का है, जो अनुसूचित जातियों और अनुसूचित जनजातियों के अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने इस वीडियो को एक रणनीतिक कदम बताया, जिसका मकसद SC/ST वर्गों के बीच अंतर्विरोध पैदा करना और उन्हें आपस में लड़वाना है।
इसके अतिरिक्त, दिलीप मंडल ने यह भी आरोप लगाया कि अमेरिका जैसे देश में चंद्रचूड़ का “जय भीम” बोलना भारतीय सवर्ण वर्ग के बीच अम्बेडकर के प्रति बढ़ती लोकप्रियता से खौफ के चलते किया जा रहा है। मंडल का कहना है कि सरकार ने “कोटे में कोटा” की नीति लागू की है ताकि SC/ST वर्गों में विभाजन हो और वे आरक्षण के लिए आपस में भिड़ें।
मंडल की इस टिप्पणी ने एक नई बहस को जन्म दिया है। उनके विचार पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। कुछ लोग मानते हैं कि यह केवल मंडल की व्यक्तिगत राय है, जबकि अन्य का कहना है कि यह टिप्पणी भारतीय सामाजिक राजनीति के प्रति एक गहरी चिंता को दर्शाती है।
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