उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में एक दर्दनाक घटना सामने आई है, जहां बुर्का पहनकर एक एलएलबी की छात्रा पर एसिड फेंकने की घटना ने सनसनी फैला दी है। घटना का मुख्य आरोपी अतुल, जो पेशे से एक वकील का मुंशी है, को पुलिस ने मात्र 36 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की कार्रवाई के दौरान हुए एनकाउंटर में आरोपी के पैर में गोली लगी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना का विवरण
घटना के अनुसार, पीलीभीत जिले में एलएलबी की छात्रा, जो कि एक वकील के चैंबर में इंटर्नशिप कर रही थी, पर आरोपी अतुल ने एसिड से हमला किया। घटना तब हुई जब छात्रा ने अचानक अतुल से बातचीत बंद कर दी थी। बताया जा रहा है कि इसी बात से नाराज होकर अतुल ने इस खौफनाक कदम को उठाया। आरोपी ने अपनी पहचान छुपाने के लिए बुर्का पहनकर छात्रा पर हमला किया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
घटना के बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और 36 घंटे के भीतर आरोपी अतुल को पकड़ लिया। पुलिस द्वारा की गई तफ्तीश में यह बात सामने आई कि अतुल एक वकील का मुंशी है और छात्रा उसी वकील के यहां इंटर्नशिप कर रही थी। आरोपी की गिरफ्तारी के दौरान पुलिस और अतुल के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें पुलिस की गोली आरोपी के पैर में लगी। अतुल को घायल अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।
उत्तर प्रदेश : जिला पीलीभीत में बुर्का पहनकर LLB की छात्रा पर एसिड अटैक। पुलिस ने 36 घंटे में आरोपी अतुल को पकड़ा। एनकाउंटर में पैर में गोली लगी है। अतुल वकील का मुंशी है, छात्रा भी वहीं इंटर्न है। छात्रा ने अचानक उससे बात करनी बंद कर दी। इससे नाराज होकर एसिड फेंका। pic.twitter.com/4DtH4wp7pl
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) August 15, 2024
घटना का सामाजिक और कानूनी प्रभाव
इस घटना ने एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे हमलों से समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ती असुरक्षा और हिंसा का मुद्दा गहराता जा रहा है। इस प्रकार के अपराधों पर कड़ी कार्रवाई की मांग उठ रही है ताकि दोषियों को सख्त सजा दी जा सके।
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए उचित कानूनी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। छात्रा की हालत में सुधार हो रहा है और उसे पुलिस सुरक्षा मुहैया कराई गई है।
इस घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश पैदा कर दिया है और लोग आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त सजा की मांग कर रहे हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से एक ओर जहां लोगों में न्याय की उम्मीद जगी है, वहीं इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत महसूस हो रही है।